BHAGALPUR : भागलपुर जिला के नवगछिया अनुमंडल के रंगरा प्रखंड के तिनटंगा दियारा दक्षिणी पंचायत के कई घर गंगा में समा गए है। वहीम कई घर समाने के मुहाने पर खड़ी है। यहां कटाव का खौफ ऐसा है, जिसने कड़ी मेहनत से अपना घर बनाया है, वही अपने घर को अपने ही हाथों से तोड़ने को मजबूर है। घर के ईंट से लेकर छड़ तक को अपने ही हाथो से उजाड़ कर कही दूर सड़क किनारे पन्नी को डाल कर अपना मानवीय जीवन जीने को मजबूर हैं।
वही ग्रामीणों ने विभागों के उदासीनता को बताते हुए कहा की 3 करोड़ 85 लाख की लागत से यहां पिछले माह एंटीरोजन का कार्य किया गया था।लेकिन कार्य का गुणवत्ता पूर्ण नहीं होने के कारण बहुत सारा पार्ट गंगा में समा गया है और लगातार कटाव हो रहा है। ग्रामीणों ने विभाग के कार्यों से असंतोष जताते हुए वर्तमान में फ्लड फाइटिंग के कार्य में भी भारी अनियमितता होने की बात बताई।
ग्रामीणों ने विभाग के कार्यों से असंतोष जताते हुए बताया कि यहां इस्तमाल हो रहे मिट्टी से भरी बोरी भी फटा हुआ डाली जा रही है जिससे कटाव रुकने के बजाय और ज्यादा हो रहा है। जबकि नियम कहता है की बोरी में मिट्टी की जगह बालू साथ ही साथ पूरा सिलाई किया हुआ बोरी सहित 45 से 50 किलो बालू होना की बात बताई गई।
वहीं जलसंसाधन विभाग के सब डिवीजन सहायक अभियंता कृपाल चौधरी से जब हो रहे कार्यों की जानकारी लेना चाहा तो उन्होने अपना चेहरा छुपाते हुए कुछ भी बताने से इंकार करते दिखा। ग्रामीणों के द्वारा सहायक अभियंता कृपाल चौधरी को घेर कर जमकर विरोध किया और भड़ास निकाला।