PATNA : बिहार के नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा बीएसईबी के सहयोग से सक्षमता परीक्षा ली जा रही है। जिसके लिए फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं इस परीक्षा को लेकर आज शिक्षा विभाग और बीएसईबी के अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है। जिसमें नियोजित शिक्षकों को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। बैठक में दोनों विभागों ने निर्णय लिया है कि अगर नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा पास करने में कामयाब नहीं होते हैं, तो उनकी शिक्षक की नौकरी समाप्त कर दी जाएगी। हालांकि शिक्षकों के हक में भी कुछ फैसले लिए गए है।
चार बार होगी सक्षमता परीक्षा
बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि सक्षमता परीक्षा चार बार आयोजित की जाएगी। जिसमें पहली परीक्षा आगामी 26 फरवरी को होगी। 26 फरवरी 2024 को पहले प्रयास / अवसर (Attempt) लेने के बाद एवं उसका परिणाम घोषित करने के बाद 03 चरणों में लगातार और परीक्षाएं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा ली जाएँगी। चारों चरण अतिशीघ्र समाप्त कर लिए जाएंगे।
इस क्रम में प्रत्येक शिक्षक को सक्षमता परीक्षा पास होने के लिए तीन मौके दिए जाएंगे। अगर तीन मौके मिलने के बाद भी वह परीक्षा में सफल नहीं होते हैं, या तीनों परीक्षा में नहीं बैठते हैं तो तो उन सभी स्थानीय निकाय शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी जाएगी।
आज की बैठक में शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक, बीएसईबी अध्यक्ष आनंद किशोर, राज्य शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद के सज्जन आर, प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव मौजूद थे