KATIHAR : कटिहार में बाढ़ के त्रासदी के बाद कृषि क्षेत्र में हुए नुकसान का आकलन शुरु कर दिया गया है। खास कर रिकॉर्ड तोड़ मक्का उत्पादन के लिए पहचान रखने वाले मक्का अंचल के मक्का बर्बाद हो जाने के कारण किसान बेहद परेशान हैं। सरकार से जल्द मुआवजे की मांग कर रहे हैं ताकि एक बार फिर खेती के सहारे जिंदगी को पटरी पर लाया जा सके। इस संबंध में कृषि विभाग के अनुसार बाढ़ से जिले में हुई फसल क्षति के नुकसान का आकलन कर मुआवजे के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है।
73 फीसदी फसल बर्बाद, मुआवजे के लिए करें आवेदन
वहीं कटिहार जिला कृषि विभाग भी फसल क्षति के आकलन पूरा करने की बात कहते हुए कहते हैं कि कटिहार में आठ प्रखंडों के 73 पंचायत में बाढ़ से फसल क्षति हुआ है। लगभग बीस हज़ार हेक्टर में इस फसल क्षति को लेकर 27.76 करोड़ राशि के नुकसान का आकलन करते हुए कृषि विभाग को इसके लिए प्रस्ताव भेजा गया है। प्रस्ताव पारित होते ही सरकार के निर्देश के बाद किसान सीधे ऑनलाइन के माध्यम से बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर अपना आवेदन दे सकते हैं।
कटिहार जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि अन्य फसलों के साथ-साथ इस क्षेत्र में बाढ़ के तबाही से मक्का के नुकसान अधिक हुआ है। धान और सब्जियों को भी नुकसान हुआ है। हालांकि उन्होंने यह बताने में असमर्थता जाहिर की कि किसानों को मुआवजा को कब तक मिल सकता है। वहीं किसान सरकार से जल्द प्रक्रिया पूरा कर मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं।