गया. नगर निगम चुनाव में पहली बार गया के मेयर, उप मेयर और पार्षदों का चुनाव सीधे जनता के वोटों से हुआ. इस चुनाव में मतदाताओं ने इतिहास रचते हुए मेयर पद पर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान की जीत सुनिश्चित की. वे लगातार दूसरी बार गया के मेयर बने हैं. वहीं उप मेयर पद पर चिंता देवी की जीत हुई है. गणेश पासवान और चिंता देवी की जीत पर सामाजिक कार्यकर्ता हरिप्रपन्न पप्पू ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा यह आम जनता की जीत है. इसे गणेश पासवान और चिंता देवी की नहीं बल्कि आम जनता की जीत के रूप में देखा जाना चाहिए. जनता ने वोट के ठेकेदारों को दिन में तारे दिखा दिए और काम करने वाले गणेश पासवान और चिंता देवी को जीत दिलाई.
नव निर्वाचित मेयर गणेश पासवान और उप मेयर चिंता देवी से मिलकर उन्होंने दोनों को बधाई दी. हरिप्रपन्न पप्पू ने कहा कि पिछले कार्यकाल के दौरान मेयर रहते हुए गणेश पासवान ने गया के विकास के लिए जो कार्य किया जनता ने उस पर मुहर लगाने का काम किया है. उनकी जीत से साबित हुआ है कि धनबल की राजनीति करने वालों गया की जनता नहीं स्वीकारती. जो काम करेगा उसे इनाम मिलेगा. इसी का परिणाम है कि अन्य उम्मीदवारों ने जहाँ धनबल, प्रलोभन और जाति-धर्म की राजनीति करते हुए अपने लिए वोट मांगा वहीं गणेश पासवान ने जनसेवा के अपने काम को गिनाया. नतीजा हुआ है कि गया ने इतिहास रच दिया और लगातार दूसरी बार गणेश पासवान को मेयर मिलने का मौका दिया है.
उप मेयर चिंता देवी की जीत पर उन्होंने कहा कि निगम क्षेत्र के मतदाताओं ने अधिकांश पुराने चेहरों को नाकार दिया. लेकिन जिसने जनता के भरोसे को जीता उसे जीत का ताज पहनाया. इसी का परिणाम है कि गया के सर्वांगींण विकास के लिए चिंता देवी की जीत हुई है. उन्होंने कहा कि गया नगर निगम क्षेत्र को स्मार्ट और वर्ल्ड क्लास हेरिटेज सिटी के रूप में विकसित करने का सपना पूरा हो, यही हम सबकी चाहत है.
गौरतलब है कि एक दिन पहले आए चुनाव परिणाम में मेयर पद पर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान ने जीत हासिल की है. वीरेंद्र कुमार को 39,910 वोट मिले जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी श्यामदेव पासवान को 36,083 मत प्राप्त हुए. गणेश पासवान ने 3,827 मतों से जीतकर दोबारा मेयर का खिताब अपने नाम किया. उप मेयर पद पर चिंता देवी को 50,417 मत मिले. इनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी निकिता रजक को 22,494 मत मिले और चिंता देवी 27,923 मतों से विजयी हुईं.