PATNA: पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय महिला रेसलर विनेश फोगाट को बुधवार को बड़ा झटका लगा है। विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित किया गया। अपनी कैटेगरी में उनका वजन 100 ग्राम अधिक होने का आरोप लगा है जिसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। ऐसे में 50 किलोग्राम वर्ग में कुश्ती के फाइनल में पहुंची विनेश फोगाट को फाइनल मुकाबले के पहले अयोग्य घोषित किया गया है। वहीं पीएम मोदी ने इस मामले में IOA अध्यक्ष पीटी ऊषा से बातचीत की। उन्होंने इस मामले में कड़ी विरोध दर्ज कराने का निर्देश दिया।
वहीं अब विनेश के आयोग्य घोषित होने को लेकर भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि, 'विनेश की अयोग्यता बहुत चौंकाने वाली है। मैं कुछ समय पहले ओलंपिक गांव पॉलीक्लिनिक में विनेश से मिली थी और उन्हें भारतीय ओलंपिक संघ, सरकार के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया था।'
पीटी ऊषा ने कहा, 'हम विनेश को सभी चिकित्सा और भावनात्मक सहायता प्रदान कर रहे हैं। भारतीय कुश्ती महासंघ ने UWW के सामने अपील किया है कि वह विनेश को डिस्क्वालिफाई करने के फैसले पर फिर से विचार करें। और कहा कि हम नियमों का यथासंभव मजबूत तरीके से पालन कर रहे हैं। मैं विनेश की चिकित्सा टीम द्वारा किए गए अथक प्रयास से अवगत हूं। पूरी रात ताकि वह प्रतियोगिता की आवश्यकताओं को पूरी कर सके, इसलिए मेहनत करती रहीं।'
वहीं विनेश की मेडिकल टीम का हिस्सा रहे डॉक्टर दिलशॉ पारदीवाला ने कहा- "पहलवान आमतौर पर अपने प्राकृतिक वेट कैटेगरी से कम वेट कैटेगरी में हिस्सा लेने की कोशिश करते हैं। यह उन्हें एक एडवांटेज देता है कि जो पहलवान उनके सामने आएंगे, वह उनसे कम ताकतवर होंगे। यह जो वजन घटाने की प्रक्रिया है वजन मापने वाले कार्यक्रम से पहले, उसमें काफी रिस्क होता है और काफी सावधानियां बरतनी पड़ती हैं। इसमें एथलीट्स को खाने और पीना संबंधी सावधानियां बरतनी पड़ती हैं। इसके अलावा एथलीट को काफी पसीना बहाना होता है। यह एक यंत्र के द्वारा किया जाता है और व्यायाम का इस्तेमाल होता है। यह भले ही उन्हें हल्के वेट कैटेगरी में ले जाता है, लेकिस इससे एथलीट में कमजोरी और ऊर्जा मे कमी आती है। इससे आपको उस कैटेगरी में खेलने में मुश्किल आती है"।