बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

पटना के इस्कॉन मंदिर ने भगवान जगन्नाथ रथयात्रा का किया आयोजन, स्पीकर विजय सिन्हा समेत कई गणमान्य लोग रहे मौजूद

पटना के इस्कॉन मंदिर ने भगवान जगन्नाथ रथयात्रा का किया आयोजन, स्पीकर विजय सिन्हा समेत कई गणमान्य लोग रहे मौजूद

पटना. पटना के इस्कॉन मंदिर की तरफ से भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन किया गया। इस मौके पर बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा मुख्य अतिथि के तौर पर रहे। साथ ही पूर्व मंत्री श्याम रजक समेत कई गणमान्य लोगों ने रथ यात्रा में झाड़ू लगाकर यात्रा की शुरुआत की।


40 फीट ऊंचे फूलों से सुसज्जित मनोरम रथ पर भगवान जगन्नाथ, बलदेव, एवं देवी सुभद्रा की सुसज्जित प्रतिमा थी, जो बरबस मन को मोह ले रहे थे। साथ में हाथी, घोड़ा, ऊंट तथा बैंज बाजों के साथ निकली लंबी शोभायात्रा में इस्कॉन भक्तों एवं अपार जनसमूह द्वारा हरे कृष्ण महामंत्र के कीर्तन से समस्त वातावरण भक्तिमय हो गय। जय जगन्नाथ, जय बलदेव एवं जय सुभद्रा के जयघोष ने ऐसा समां बांध दिया कि लोग वास्तव में पुरी में उस्थित होने का अनुभव कर रहे थे।

रथयात्रा मार्ग में कई स्थानों पर संस्था के आजूवन सदस्यों द्वारा रथ का भव्य स्वागत किया गया तथा आरती उतारी गयी। मार्ग में दोनों तरफ खड़े होकर हजारों की संख्या में लोग रथा का अभिवादन तथा पुष्पवर्षा द्वारा स्वागत कर रहे थे। भक्तगणों ने गांधी मौदान, एक्जीविशन रोड, डाक बंगला चौराहा, राम गुलाम चौक आदि स्थानों पर पुष्प वर्षा की एवं रथा की आरती उतारी। समस्त यात्राओं में लाखों लोगों ने भगवान का प्रसाद ग्रहण किया।

रथयात्रा का शुभारंभ महाआरती के साथ देश विदेश से पधारे हजारों भक्तगणों की उपस्थिति में इस्कॉन मंदिर निर्माण समिति के चैयरमैन एनएन पोद्दार की उपस्थिति में हुआ। उद्घाटन के अवसर पर एनए पोद्दार ने कहा कि इस्कॉन का यह सांस्कृतिक प्रयास सामाजिक समरसता एवं भारतीय वैदिक धरोहर को अक्षुण्ण रखने में सक्षम है। इस अवसर पर इस्कॉन पटना केंद्र के अध्यक्ष कृष्ण कृपा दासजी ने बताया कि झाडू लगाकर रथा का शुभारंभ करने की परंपरा अति प्राचीन काल से चली आ रही है। इस परंपरा के निर्वहन के साथ-साथ यह भी अति महत्वपूर्ण है कि हम बाहर के साथ-साथ अपने अंर्तमन को साफ करें तभी उसमें परमात्मा का वास हो सकता है। भगवान कहते हैं- निर्मल मन जो सो मोहि पवा। शुद्ध मन से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में भाग लेकर जीवन को सफल बनाया जा सकता है। ऐसे आयोजन से लोगों में कृष्णभक्ति की भावना जागृत तथा विकसित होती हा।

Suggested News