KAIMUR : एमएसपी की गारंटी खाद बीज की आपूर्ति बिहार को विशेष राज्य का दर्जा एवं वार्ड सचिव की स्थाई नौकरी करने हेतु जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष जन नायक पप्पू यादव के नेतृत्व में आज कैमूर जिले के भभुआ रोड स्टेशन पर पूर्व विधायक रामचंद्र यादव व जाप के कार्यकर्ताओं ने रेल रोक प्रदर्शन किया। बता दें कि इन सभी मांगों के लिए भभुआ रोड स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या दो पर हावड़ा कालका मेल को रोककर जमकर प्रदर्शन किया।
दरअसल, देशभर में किसानों के साथ हो रहे अन्याय तथा किसानों को समय पर हो रही खाद की किल्लत को देखते हुए जाप के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। वहीं इस दौरान जाप के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी जमकर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश सरकार ने सभी सचिवों को दो साल तक नौकरी पर रखने के बाद अब उन्हें कह रहे हैं कि हमारे यहां जगह नही है अब हम किसी और को बहाल करेंगे। जो व्यक्ति दो साल तक सचिव की नौकरी किया उस सचिव की लड़ाई को लेकर के उस सचिव को स्थाई बहाल करने को लेकर हम लोगों ने आज रेल रोका है।
किसानों के साथ अन्याय कर रही है सरकार
जाप के पूर्व विधायक रामचंद्र यादव बताते हैं कि केंद्र सरकार किसानों के साथ घोर अन्याय कर रही है जो हम लोग कतई बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा तीनों कृषि काला कानून को वापस ले लिया गया मगर एमएसपी लागू नहीं किया जबकि किसान अन्नदाता है जो किसान खाद की किल्लत को लेकर दर-दर भटक रहे हैं लेकिन सरकार को किसानों का दुख दर्द नहीं देखा जा रहा है इसी को लेकर हम लोग आज किसानों के समर्थन में रेल रोका है और यह हम लोगों की लड़ाई किसानों के समर्थन में हमेशा चलती रहेगी। हम लोगों की मांग है कि केंद्र सरकार एमएसपी लागू करें किसानों के बीच खाद की हो रही किल्लत की समस्या को दूर करें एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सभी सचिवों को स्थाई करें तथा बिहार के जितने भी जनप्रतिनिधि हैं उनकी सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम उठाए।
वही आरपीएफ सब इंस्पेक्टर राजेश कुमार राय बताते हैं कि आज कुछ नेताओं के द्वारा भभुआ रोड स्टेशन पर रेल रोकने का प्रयास किया गया लेकिन हम लोगों ने काफी समझा-बुझाकर ट्रेनों का आवागमन बरकरार रखा, वहीX भभुआ स्टेशन पर हावड़ा कालका मेल का ठहराव है जो अपने निर्धारित समय पर आई हुई थी और उसे किसी प्रकार का बाधित नहीं किया गया जो समयाअनुसार अपने गंतव्य की ओर चली गई।