PATNA: बिहार में विधानसभा चुनाव में भले हीं समय हो लेकिन राजनीतिक दल जातीय नेताओं की जयंती मनाने के बहाने वोटरों को गोलबंद करने की रणनीति में जुट गए हैं। आज जगदेव प्रसाद की जयंती है।लिहाजा राजधानी पटना में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।
जेडीयू और आरएलएसपी की तरफ से बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया था।जेडीयू की तरफ से रविन्द्र भवन में तो आरएलएसपी की तरफ से पार्टी दफ्तर के समीप समारोह पूर्वक जगदेव प्रसाद की जयंती मनाई गई। वहीं अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा की तरफ से भी एसकेएम हॉल में जयंती कार्यक्रम आयोजित थी।इस कार्यक्रम में बीजेपी-जेडीयू और राजद के कुशवाहा नेता मौजूद थे।
बीजेपी-राजद की तरफ से नहीं हुआ कोई बड़ा आयोजन
बीजेपी की तरफ से जगदेव प्रसाद की जयंती पर किसी तरह का आयोजन नहीं किया गया।वहीं राजद की बात करें तो पार्टी दफ्तर में हीं छोटे स्तर पर जयंती मना कर खानापूर्ति की गई।रविवार होने की वजह से राजद के प्रदेश कार्यालय में जयंती मनाकर पार्टी दफ्तर को बंद कर दिया गया।
मंत्री विनोद सिंह बोले-कुशवाहा समाज को सत्ता में मिले उचित भागीदारी
वहीं एसकेएम हॉल में आयोजित कार्यक्रम में कुशवाहा नेताओं ने कहा कि जो दल उनके समाज को उचित भागीदारी देगा हमारा समाज उसी को वोट करेगा।बीजेपी नेता और नीतीश सरकार में मंत्री विनोद सिंह ने कहा कि आज भी कुशवाहा समाज को सत्ता में उचित भागीदारी नहीं मिली है।हम अपने पार्टी नेतृत्व से मांग करेंगे कि कुशवाहा समाज की भागीदारी को बढ़ाई जाए।
वहीं राजद के विधायक आलोक मेहता ने कहा कि जगदेव प्रसाद ने कहा था कि सौ में नब्बे शोषित है ,90 भाग हमारा है।ऐसे में 90 फीसदी पर कुशवाहा समेत अन्य पिछड़ी जातियों का हक बनता है।ऐसे में दायरा बढ़ाकर सभी पिछड़ों-अतिपिछड़ों,दलितों को एकजुट होना होगा और अपना अधिकार लेना होगा।