जातीय गणना पर पटना हाईकोर्ट के फैसले को लेकर जदयू ने बीजेपी पर कसा तंज, कहा- भाजपा की नीति हुई ध्वस्त

PATNA: पटना हाई कोर्ट ने जातीय गणना की रोक के लिए दायर याचिका को खारिज कर दिया है। जिसके बाद से बिहार की सियासत में बयान बाजियों का दौर शुरू हो गया है। इसी क्रम में बुधवार को जदयू के द्वारा प्रेंस कांप्रेंस का आयोजन किया गया। अरोड़ा हाउस हाजी गंज पटना सिटी में पटना महानगर जदयू द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पटना महानगर अध्यक्ष आसिफ कमाल ने कहा कि जातीय जनगणना में पटना हाई कोर्ट का फैसला बिहार की जनता की जीत एवं अतिपिछड़ों,पिछड़ों, शोषित एवं वंचितों के विरोधी भाजपा की हार है। जाति जनगणना होने के बाद बिहार के लोगों की स्थिति का पता चलेगा एवं विकास के रास्ते खुलेंगे और लोगों को योजनाओं का भी लाभ उचित रूप से मिल पाएगा।

पटना महानगर के प्रवक्ता अनंत अरोड़ा ने कहा कि जातीय जनगणना पर हाई कोर्ट का फैसला स्वागत योग्य और धन्यवाद देते हैं एवं यह न्याय के साथ विकास की जीत है। पटना महानगर उपाध्यक्ष राजकुमार पटेल ने कहा कि 1931 मैं अंग्रेज के जमाने में जातीय गणना हुई थी तब से अब तक कभी भी जनगणना नहीं हुआ और अब जो बिहार सरकार के द्वारा जो जनगणना होंगे उसे कई मिथक टूटेंगे कई भ्रांतियां हटेंगी तब सभी को हिस्सेदारी भिन्न-भिन्न लोगों को मिलेगी।

वहीं पटना महानगर के महासचिव विक्की निषाद ने कहा कि जिस तरह से भाजपा के इशारों पर यूथ फॉर इक्वलिटी संस्था के संस्थापक प्रोफेसर संगीत कुमार रागिनी जातीय गणना के खिलाफ अपील दायर किया। यह सिर्फ कार्ड की जनता का अन्य योजनाओं एवं राजनीति से वंचित रखना ही भाजपा का मकसद था।

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इस संवाददाता सम्मेलन में पटना महानगर जदयू अध्यक्ष आसिफ कमाल,प्रवक्ता अनंत अरोड़ा,उपाध्यक्ष राजकुमार पटेल,महासचिव विक्की निषाद,उपाध्यक्ष रामप्रवेश सिंह, महासचिव प्रवीण चौधरी, उपाध्यक्ष गुड्डू पाठक, गुरु गोविंद सिंह सेक्टर अध्यक्ष संजीव कुशवाहा, कोषाध्यक्ष मनोज कुशवाहा, मोहम्मद मिस्टर आदि जदयू के नेता उपस्थित रहे।