SAHARSA : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए आज यानी मंगलवार को दूसरे चरण की वोटिंग जारी है और तीसरे चरण के लिए प्रचार-प्रसार भी जोरों पर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरे चरण के लिए अररिया के बाद सहरसा में चुनावी सभा को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला और विरोधियों पर आरोप लगाया कि उन्हें जय श्री राम के नारे से दिक्कत है. पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के लोगों को जंगलराज के इतिहास वालों से सतर्क रहना है, जो सिर्फ अपने परिवार के लिए जीते हैं. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में छठी मैया का भी जिक्र किया. तो चलिए जानते हैं मोदी ने सहरसा रैली में क्या-क्या कहा...
बिहार में लोकल चीजें खरीदने पर मोदी ने दिया जोर
पीएम मोदी ने कहा कि जब भी मैं बिहार आता हूं, मखाने की बात जरूर ही करता हूं. ऐसा नहीं है कि मेरे आने के बाद ही सबको ये पता चला कि यहां मखाना इतना ज्यादा होता है, इतना अच्छा होता है. ये बात पहले से भी पता थी लोगों को, लेकिन गर्व के साथ हम अपनी चीजों का बखान नहीं करेंगे तो आखिर कौन करेगा। आज सहरसा की इस भूमि से, मैं देशभर के लोगों से आग्रह भी करना चाहता हूं. धनतेरस आने वाला है, दीवाली आने वाली है, फिर छठी मैया की पूजा भी है. जितना संभव हो पाए लोकल चीजें ही खरीदिए . आज बिहार की बदौलत, भारत, बहुत ज्यादा शक्तिशाली रेल इंजन बनाने वाले दुनिया के बड़े देशों में अपना स्थान दर्ज करवा चुका है. आधुनिक और तेज़ रफ्तार ट्रेनों के निर्माण में भी बिहार की बड़ी भूमिका है.
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के विकास के इन प्रयासों के बीच, आपको सतर्क भी रहना है. सतर्क उन लोगों से, जिनका इतिहास बिहार में जंगलराज का है. सतर्क उन लोगों से, जो बिहार के लिए नहीं, सिर्फ अपने लिए जीते है,जो परिवारवाद करते है .सतर्क उन लोगों से, जिन्हें बिहार की मान मर्यादा, बिहार के मान सम्मान से कोई लेना-देना नहीं। बिहार की अनेकों वीर माताएं, अपने लाल, अपनी लाडली को राष्ट्ररक्षा के लिए समर्पित करती हैं.
बिहार असुरक्षा और अराजकता के अंधेरे को पीछे छोड़ चुका है- मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि आज बिहार देश के उन राज्यों में है, जहां शहरों में सड़कें देर रात तक भी आबाद रहती हैं और बाज़ारों में चहल-पहल रहती है। आज बिहार असुरक्षा और अराजकता के अंधेरे को पीछे छोड़ चुका है। जनधन योजना के कारण, कोरोना के इस संकट काल में बिहार की लाखों बहनों के बैंक खाते में सीधे सैकड़ों करोड़ रुपए जमा हो पाए हैं। यही जनधन योजना है, जिसके कारण कोरोना काल में भी बिहार के लाखों किसान परिवारों के बैंक खाते में सीधी मदद पहुंच पाई है।