KAIMUR : राज्य के करीब 26 जिलों में बाढ़ की स्थिति है. इसी कड़ी में पिछले कुछ दिनों से हुई वर्षा के कारण कर्मनाशा नदी भी उफान पर है. उसका पानी ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ सरकारी कार्यालयों में भी घुस चुका है. रामगढ़ प्रखंड के जंदाहा में बने वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर में कर्मनाशा नदी के बाढ़ का पानी अंदर प्रवेश कर चुका है. कमरे के अंदर भी तीन से 4 फुट तक पानी घुस गया है, जिससे रेस्क्यू टीम के कर्मचारी और जानवर वहां से दूसरे जगह शरण लिए हुए हैं. 1987 के बाद पहली बार इस तरह का बाढ़ तबाही मचा रहा है.
रेस्क्यू सेंटर के वनरक्षी बताते हैं की 6 माह पहले रामगढ़ के जंदाहा में रेस्क्यू सेंटर बनाया गया था. यहां पर जानवर रखे गए थे. लेकिन पानी के लगातार बढ़ते दबाव के कारण हम लोगों ने सभी जानवरों को अपने दूसरे रेस्क्यू सेंटर में शिफ्ट करा दिया. पानी रेस्क्यू सेंटर के सभी कमरों में 3 से 4 फुट ऊपर तक पहुंच चुका है और यहां पर अब सिर्फ एक हिरण ही रह गया है.
गांव वाले बताते हैं की इस तरह बाढ़ का मंजर पहले हम लोगों ने कभी नहीं देखा. पहले पानी होता भी था तो इतना नहीं पहुंचा था. लेकिन यह पानी गांव में और रेस्क्यू सेंटर में भी प्रवेश कर चुका है. इस पानी को हम लोगों ने सबसे पहले 1987 के लगभग देखा था उससे भी अधिक इस बार पानी आया है.
कैमूर से देवब्रत की रिपोर्ट