बंगलुरु। कर्नाटक विधान परिषद में लोकतंत्र को शर्मसार करनेवाली घटना सामने आई है। यहां कांग्रेस के एक एमएलसी द्वारा सभापति को जबरन कुर्सी से खींचकर उतार दिया। कर्नाटक विधान परिषद में हुए हंगामे ने नया सियासी बवाल खड़ा कर दिया है। इस हंगामे के बाद विधान परिषद को अनिश्चित काल से लिए स्थगित कर दिया गया है।
बताया गया कि विधान परिषद में गो हत्या विधेयक पर चर्चा हो रही थी। तभी कांग्रेस विधायकों ने हंगामा करना शुरु कर दिया। उपसभापति को कुर्सी से नीचे उतारनेवाले हंगामे के बाद कांग्रेस एमएलसी प्रकाश राठौड ने कहा, 'जब सदन नहीं चल रहा था उस समय बीजेपी और जेडीएस ने अवैधानिक तरीकों से सभापति को कुर्सी पर बैठाया है। काग्रेसी विधायक का कहना है कि हमने उन्हें कुर्सी से उतरने के लिए कहा था लेकिन वह नहीं माने। दुर्भाग्य से बीजेपी ऐसे असंवैधानिक काम कर रही है। कांग्रेस ने सभापति से हटने को कहा। चूंकि वह अवैध रूप से कुर्सी पर बैठे थे इसलिए हमें उन्हें वहां से हटाना पड़ा।'
इतिहास की शर्मनाक घटना
कर्नाटक बीजेपी एमएलसी लहर सिंह सिरोइया ने इसे परिषद के इतिहास की शर्मनाक घटना करार दिया है। उन्होंने कहा कि पहले कभी ऐसा नहीं देखा।'कुछ एमएलसी गुंडों की तरह बर्ताव कर रहे थे। उन्होंने विधान परिषद सभापति को जबरन कुर्सी से हटा दिया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
पारित विधेयक पर हो रही थी चर्चा
कर्नाटक विधान परिषद में ''कर्नाटक मवेशी वध रोकथाम और संरक्षण विधेयक-2020''विधेयक पर चर्चा होनी थी। यह बिल 9 दिसंबर को ही विधानसभा में पारित हो चुका है। वहां भी कांग्रेस के विधायकों ने इस विधेयक को लेकर हंगामा किया था।