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हैंडपंप मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति : बिना औजार ही रवाना कर दिया चलंत दल, नतीजा एक भी चापाकल से नहीं निकला पानी

हैंडपंप मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति : बिना औजार ही रवाना कर दिया चलंत दल, नतीजा एक भी चापाकल से नहीं निकला पानी

LAKHISARAI : बिहार के सरकारी विभागों में काम करने का तरीका कैसा है, यह लखीसराय जिले के पीएचईडी विभाग के काम से समझा जा सकता है। विभाग की तरफ से लगभग 17 दिन पहले 9 मार्च को जिले में खराब पड़े चापाकल को ठीक करने के लिए अभियान शुरू किया था। ताकि गर्मी में लोगों को पानी के लिए तरसना नहीं पड़े। जिला प्रशासन ने बड़े तामझाम के साथ इस काम के लिए बनी टीम को रवाना को किया था। लेकिन अब इस अभियान की जो सच्चाई सामने आई है। वह न सिर्फ विभाग के बल्कि प्रशासन के काम पर भी सवाल उठा रही है। 

एक भी हैंडपैंप नहीं किया मरम्मत

अभियान को शुरू हुए 17 दिन का समया गुजर चुका है। लेकिन इस अवधि में जिले में एक भी चापाकल की मरम्मत नहीं की जा सकी है। अभियान के लिए चलंत मरम्मत दल इन 17 दिनों में शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में एक भी चापाकल की मरम्मत नहीं कर पाया है और न ही इसकी गाड़ियां गांवों में घूमती नजर आई हैं। इसके पीछे जो कारण सामने आया है, वह भी बेहद हैरान करनेवाला है। विभाग ने  चलंत दल को रवाना तो कर दिया,  लेकिन हैंडपंप की मरम्मत कराने के लिए उन्हें किसी प्रकार के औजार उपलब्ध ही नहीं कराया गया। इस वजह से पूरे जिले में एक भी चापाकल काे दुरुस्त नहीं किया जा सका है। 

कई बहाने बनाते हैं कर्मी

अगर कोई विभाग द्वारा उपलब्ध कराए नंबर पर शिकायत करता है कर्मी कई प्रकार के बहाने करने लगते हैं। ऐसे ही एक शिकायत पर मिस्त्री ने टाल मटोल करते हुए मरम्मत करने को इतनी प्रक्रिया बताई कि शिकायत करनेवाले लोग दूसरे विकल्प को अपनाना पसंद करेंगे। कर्मियों की मांग मरम्मती के लिए पहले पीएचईडी विभाग के कार्यालय में मरम्मत का शिकायत दर्ज करानी होगी। पहले कंप्लेन दर्ज कराइए, तब सामान मिलने के बाद मरम्मत की जाएगी।

विभाग में एक दूसरे पर फोड़ रहे ठिकरा

चापाकल ठीक कराने के लिए कॉल करने पर विभागीय अधिकारी पर फेंका-फेंकी की स्थिति अपना रहे हैं। इस संबंध में कार्यपालक अभियंता (ईई) सुरेन्द्र प्रसाद को कॉल करने पर कहा कि आपको चापाकल ठीक कराने के लिए जेई से संपर्क करना पड़ेगा। वहीं जेई ने कहा कि अलग-अलग क्षेत्रों में चापाकल ठीक कराने के लिए अलग-अलग जेई से शिकायत करनी पड़ेगी।

368 चापाकल खराब

जिले में कुल 368 चापाकल खराब है। इसमें लखीसराय प्रखंड में 56, सूर्यगढ़ा में 116, पिपरिया में 24, रामगढ़चौक में 36, बड़हिया में 42, हलसी में 62 एवं चानन प्रखंड में 32 चापाकल खराब है। लखीसराय प्रखंड के लिए दो, सूर्यगढ़ा के लिए पांच, पिपरिया के लिए एक, रामगढ़चौक, बड़हिया, हलसी एवं चानन प्रखंड के लिए दो-दो चलंत मरम्मत दल को रवाना किया गया था। सभी प्रखंड में पीएचईडी के कनीय अभियंता की देख-रेख में चलंत मरम्मत दल खराब चापाकलों की मरम्मत करने की जिम्मेवारी दी गई थी

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