पटना : गुजरात में इस साल की आखिरी में विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव आयोग गुजरात में कभी भी विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान कर सकता है. चुनाव की तारीखों के एलान से पहले ही गुजरात में तमाम पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है और चुनाव प्रचार में जुट गई है. इस बीच बिहार की दो क्षेत्रिय पार्टी ने एलान कर दिया है कि वो भी गुजरात के सियासी रण में उतरेंगे. अब बिहार की सियासी गलियारों में चर्चा तेज कि क्या तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार भी मिलकर गुजरात में हाथ आजमाएंगे. ताकि बड़ा संदेश राष्ट्रीय पटल पर दे सके.
जीतनराम मांझी की पार्टी हम और चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास ) गुजरात में चुनाव लड़ेगी. जीतनराम मांझी ने बीते 16 अकट्बूर को कहा है कि हमने गुजरात का दौरा किया है. वहां संगठन हमारा काम कर रहा है. जीतन राम मांझी ने कहा कि यदि कांग्रेस गुजरात विधानसभा चुनाव में गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ती है, हम गठबंधन के साथ चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस यदि ऑफर ठुकरा देती है, तो हम अकेले चुनाव लड़ेंगे.
तो चिराग पासवान ने बीते 17 अक्टबूर को दिल्ली में बयान किया कि पार्टी ने गुजरात में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है. हम जल्द ही गुजरात में, पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी और उम्मीदवारों की सूची पर, फैसला करेंगे.
जीतनराम मांझी और चिराग पासवान ने तो एलान कर दिया, पर बड़ा सवाल ये कि किया आरजेडी और जेडीयू गुजरात चुनाव लड़ेगी. जब इस बाबत हमने कई आरजेडी और जेडीयू के नेताओं से संपर्क किया. तो उनका साफ तौर पर कहना है कि अभी पार्टी के अंदर गुजरात चुनाव लड़ने को लेकर कोई बात नहीं रही है.
रही बात जीतनराम मांझी की, तो उनकी पार्टी बिहार के सत्ताधारी गठबंधन का हिस्सा है. चिराग पासवान तो फिलहाल न तो एनडीए में और न ही महागठबंधन में है. फिर भी दोनों नेताओं ने बिहार से निकलकर गुजरात चुनाव लड़ने का दम दिखाया है. पर ये दम महागठबंधन में सबसे बड़ा दल आरजेडी और दूसरे नंबर का दल जेडीयू क्यों नहीं दिखा पा रहा है.