DESK : पेरिस ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीतने के बाद मेडलों की हैट्रिक लगाने के इरादे से उतरी भारत की महिला निशानेबाज मनु भाकर आज इतिहास रचने से चूक गई। यहां में 25 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में मनु से मेडल की उम्मीद थी लेकिन वह चौथे स्थान पर रहीं। इसके साथ ही करोड़ों भारतीयों की उम्मीदें भी टूट गई।
अगर मनु ये मेडल जीत जाती हैं तो ये उनका इन्हीं खेलों में तीसरा मेडल होता और वह एक ही ओलंपिक में तीन मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बन जातीं, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
इससे पहले मनु ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल इंडीविजुअल और इसी इवेंट के मिक्स्ड टीम कॉम्पटीशन में ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। तीसरे मौके को वह भुना नहीं पाईं।
एक शॉट से चूक गई मनु
मनु ने इस फाइनल की शुरुआत अच्छी नहीं की थी, लेकिन उन्होंने वापसी की। मनु ने कुल 28 का स्कोर किया। पहले स्टेज की तीन सीरीज में मनु ने दो, चार, चार का स्कोर किया। एलिमिनेशन में उन्होंने तीन, पांच, चार, चार और दो का स्कोर किया। आठवीं सीरीज में उनकी टक्कर तीसरे स्थान के लिए हंगरी की वेरोनिका मेजर से थी। इस सीरीज में मनु एक शॉट से पीछे रह गईं और वेरोनिका तीसरे स्थान पर पहुंच गईं। यहीं मनु का सफर खत्म हो गया।
कैमरे के सामने मुश्किल से रोके आंसू
महिलाओं की 25 मीटर शूटिंग इवेंट में पदक से चूकने के बाद मनु ने इंटरव्यू दिया। इंटरव्यू में जवाब देते हुए उनका गला रुंध गया। उनकी आंखों में आंसू नहीं आए, लेकिन उनकी आवाज से लग रहा था कि वह रो देंगी। हालांकि, मनु ने कैमरे पर आंसू नहीं छलकने दिया और इंटरव्यू पूरा किया। उन्होंने कहा कि चौथे स्थान पर होना अच्छा नहीं है।
फाइनल में नर्वस थीं मनु
मनु भाकर ने कहा, ” मैं फाइनल में नर्वस थी। हमेशा नेक्सट होता है और मैं पहले से ही नेक्स्ट के लिए उत्सुक हूं। मैं शूटऑफ को लेकर नर्वस थी। मैंने शांत रहने की बहुत कोशिश की। मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश की, लेकिन वह पर्याप्त नहीं था। मुझे खुशी है कि मुझे 2 पदक मिले, लेकिन अभी… चौथे स्थान पर होना बहुत अच्छा नहीं है।”
अभी भी है मौका
मनु इस समय 22 साल की ही हैं। अभी उनके पास काफी समय है। वह अगले ओलंपिक खेलों में अपने सपने को पूरा करने की पूरी कोशिश करेंगी। मनु ने टोक्यो ओलंपिक खेलों में डेब्यू किया था लेकिन मेडल नहीं जीत सकी थीं। पेरिस में उन्होंने शानदार खेल दिखा दो मेडल जीते। अगले ओलंपिक खेलों मे मनु से बेहतर की उम्मीद होगी। इन खेलों के बाद वह भारत के उन खिलाड़ियों के साथ शामिल हो गई हैं जिन्होंने दो ओलंपिक मेडल जीते हैं। मनु से पहले पहलवान सुशील कुमार (2008, 2012), बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू (2016, 2020) ने दो ओलंपिक मेडल जीते थे।