KAIMUR : बिहार के कैमूर जिले के मोहनिया स्थित पीएचईडी विभाग का कार्यालय सालों से जर्जर स्थिति में है। आलम ये है की यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। पीएचईडी के कार्यालय के दीवार और छज्जे इतने जर्जर हैं कि एक झटके में भवन गिर सकता है। इसमें पीएचईडी के कर्मियों की जान भी जा सकती है। इससे यहां काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारी डर के साये में काम करते हैं।
हल्की बारिश होने के साथ ही मकान से पानी टपकने लगता है। जिसके कारण अधिकारी हथेली पर जान रखकर कार्य करते हैं। कई बार विभाग के वरीय अधिकारी को इसके बारे में सूचना दी गयी। लेकिन नये भवन का निर्माण तो दूर कार्यालय की मरम्मती तक भी नहीं कराई गई। कार्यालय का हाल देखकर डर लगता है कि कहीं भवन ना गिर जाए। जिससे बड़ी घटना न हो जाए.क्योंकि भवन का प्लास्टर भी टूट गया है।
छज्जा भी कमजोर है। जिससे कार्य करने में काफी परेशानी होती है। ऐसे में विभाग को सूचना दिया गया है कि जल्द नए भवन का निर्माण कराया जाए,ताकि कर्मियों की जान सुरक्षित रहे। वहां के कर्मियों का कहना है कि इसी जर्जर कार्यालय में वर्षों से काम कर रहे हैं। वरीय अधिकारी से कई बार गुहार लगाया गया पर कोई सुनवाई नहीं हुई है।
अब सवाल है कि क्या पीएचईडी के वरीय अधिकारी बड़ी घटना के इंतजार में हैं। कर्मियों के गुहार के बाद भी आज तक भवन का मरम्मती नहीं हुआ,न ही नए भवन का निर्माण कराया गया है। दूसरे के घरों में शुद्ध पानी देने वाले विभाग का कार्यालय खुद जर्जर हालात में है। अभी भी इस पर विभाग और प्रशासन ध्यान नहीं देता तो आने वाले कुछ ही दिनों में बड़ा हादसा हो सकता है।
कैमूर से देवब्रत की रिपोर्ट