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BIHAR NEWS : पापा की पिटाई के बाद माँ बेटी ने की ख़ुदकुशी, सुसाइड नोट में लिखा पुलिस किसी का दर्द नहीं समझती

BIHAR NEWS : पापा की पिटाई के बाद माँ बेटी ने की ख़ुदकुशी, सुसाइड नोट में लिखा पुलिस किसी का दर्द नहीं समझती

CHHAPRA : हम लोग गरीब जरूर हैं मगर गलत नहीं। हम कभी नहीं सोचे थे कि कोई आप पर ऐसे हाथ उठाएं। पर ऐसा ना हुआ। पुलिस किसी का दर्द नहीं समझती। सारण जिले के भेल्दी थाना क्षेत्र में एक मां बेटी द्वारा आत्महत्या कर लिए जाने के बाद बेटी के लिखे सुसाइडल नोट से जो बातें सामने आई है। उससे समाज और पुलिस के कई चेहरे सामने आ गए हैं। जिसके हाथ भी वह लेटर लगा उसे पढ़ने के बाद उसकी आंखें नम हो गई और एक बात सोचने पर मजबूर हो गया की यदि परिवार का कोई सदस्य अपराध करता है तो उसका खामियाजा कैसे पूरे परिवार को भुगतना पड़ता है। वैसी परिस्थिति में किस तरह के कदम उठाने के लिए बाध्य होना पड़ता है। यहां यह बता दें कि 2 दिन पहले मढ़ौरा थाना क्षेत्र के इस इस्राइली गाँव में 40 लाख की लूट की घटना हुई थी। लूट के बाद पुलिस सक्रिय हुई और उसने अपराधियों को धर दबोचने की कवायद की। इस क्रम में एक युवक का नाम सामने आया जो रूपा का भाई था और उसके घर से लूट के रुपए भी बरामद हुए थे। हालांकि सोनू अभी पुलिस के गिरफ्त में नहीं है और फरार है। जिसके बाद भाई के करतूत और पुलिसिया कार्रवाई से आहत मां बेटी ने आत्महत्या कर ली। आइए रूपा के लिखे पत्र में सारी बातों को जानते हैं । हालाँकि NEWS4NATION इस पत्र के वास्तविकता की पुष्टि नहीं करता है।


कुछ गांव वालों ने बर्बाद किया तो कुछ सोनू ने

सुसाइड नोट में लिखा है की मैं रूपा कुमारी ग्राम खरीदाहा, पोस्ट-अपहर,थाना- भेल्दी सारण की निवासी हूं। हम लोग इज्जत की जिंदगी जीना चाहते थे। मगर ऐसा नसीब नहीं हुआ। कुछ गांव वाले हम लोगों को बर्बाद कर दिए तो कुछ सोनू। मेरे मां- पापा चंदेश्वर पांडे एवं संजू देवी। हर मां- बाप का सपना होता है कि उनका औलाद सही हो। मगर ऐसा मेरे मम्मी पापा के किस्मत में ना था। 

मृत शरीर को मीडिया में ना डालें

श्रीमान से निवेदन है कि वह हमारे मृत शरीर को अखबार में ना डालें। अगर कोई गलती करता है इसका मतलब यह नहीं है कि उनके मां-बाप के कारण सजा दी जाए। हम लोग अक्सर सोनू को समझाते रहे। लेकिन वह नहीं माना।

अपराधी बनने के लिए गांव के परिवार को ठहराया जिम्मेदार

पहले सोनू ऐसा नहीं था। लेकिन जब से सोनू ...पांडे की बेटी के साथ भागा तब से वह ऐसा हो गया। सोनू के इस हालात का कारण सिर्फ और सिर्फ ... पांडे का पूरा परिवार है। मगर इस बात को आप लोग नहीं समझेंगे। क्योंकि कानून सिर्फ सबूत देखता है। 

कानून सिर्फ पैसे वालों को सुनता है

कानून का सहारा तो हम लोग नहीं ले सके। क्योंकि कानून सिर्फ पैसों वालों का सुनते हैं। मेरे मां पापा हमेशा से चाहते थे कि उनका बेटा एवं उनकी बेटियां भविष्य में कुछ अच्छा काम करें। लेकिन अफसोस उनका यह सपना पूरा ना हो सका।

मर जाना पर गलत मत करना, पापा ने दी है सीख

हम लोग गरीब जरूर हैं लेकिन गलत नहीं है। मेरे पापा हमेशा से हम सब को एक ही बात समझाते हैं कि बेटा मर जाना मगर कभी गलती ना करना, ना गलत काम करना। मेरे पापा बहुत बदनसीब है। मेरे पापा का सपना पूरा ना हो सका। 

समाज गलत ना समझे, परिवार के अन्य सदस्यों को बचाएं

आपसे अनुरोध करती हूं कि मेरे पापा को गलत ना समझे। प्लीज- प्लीज- प्लीज। मेरे पापा खुद हमेशा सोनू के इस करतूत के कारण नाराज रहते थे। हर मरने वाले इंसान की आखरी इच्छा पूरा किया जाता है। इतना तो हम आपसे भी अनुरोध कर ही सकते हैं। मेरे मां- पापा का और मेरे पूरे परिवार का कोई दोष नहीं है। सो प्लीज आप लोग और आपका यह समाज मेरे बाकी के परिवार को कोई कष्ट नहीं पहुंचाए।

भैया ने परिवार को केवल आंसू ही दिया है

मेरे पापा मुझे माफ कर दीजिएगा। हम आपको छोड़कर कभी नहीं जाना चाहते थे। लेकिन क्या करें पापा आपको पता है कि मैं आपकी रूपा बेटी आप सब से वादा किए थे कि आपको मैं आपकी एक होनहार बेटी बनकर दिखाऊंगी। मगर ऐसा नहीं हुआ। जाने दीजिए पापा आप भैया के पास चले जाइएगा और वही रहिएगा। पापा आप खुश रहेंगे तो मेरी आत्मा को शांति मिलेगी। सोनू आपको जिंदगी में सिर्फ आंसू ही दिया। इसमें उसका भी कोई कसूर नहीं है। जब वह सही था तब उसे ... की बेटी उसे अपने प्यार के जाल में फंसा ली और उसे अपने साथ भागने को मजबूर कर दी। तब सोनू उस समय तो चला गया। लेकिन उसके बाद हम लोगों के इज्जत का जो कचरा किया...का पूरा परिवार, वह सब के कारण और बिगड़ गया। पापा आप प्लीज भैया के पास चले जाइएगा और हमें माफ कर दीजिएगा। 

पुलिसिया कार्रवाई से टूट गई रूपा

पापा हम आपका यह हालत नहीं देख सकते। हम कभी नहीं सोचे थे कि कोई आप पर ऐसे हाथ उठाएं। पर ऐसा ना हुआ पुलिस किसी का दर्द नहीं समझती।

छपरा से संजय भारद्वाज की रिपोर्ट 

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