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जिस फूलपुर से सीएम नीतीश लड़ सकते हैं चुनाव वहां निषाद रैली करेंगे मुकेश सहनी, उत्तर प्रदेश में बीजेपी को साथ घेरेंगे जदयू और वीआईपी

जिस फूलपुर से सीएम नीतीश लड़ सकते हैं चुनाव वहां निषाद रैली करेंगे मुकेश सहनी, उत्तर प्रदेश में बीजेपी को साथ घेरेंगे जदयू और वीआईपी

पटना. एक ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के फूलपुर से चुनाव लड़ने की बातें हो रही हैं. वहीं, दूसरी ओर फूलपुर में अब वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी निषाद रैली करने की तैयारी में हैं. सूत्रों के अनुसार आगामी नबंवर में मुकेश सहनी फुलपुर निषाद रैली करेंगे. फूलपुर में जातीय समीकरण के हिसाब से निषाद मतदाताओं की प्रभावशाली उपस्थिति है. दरअसल, फुलपुर में सबसे ज्यादा आबादी पटेल यानी कुर्मी की है, फिर यादव और मुस्लिम की आबादी है जबकि निषाद भी निर्णायक भूमिका में हैं. ऐसे में निषाद वोटबैंक को साधने और उन्हें अपने पक्ष में गोलबंद करने के लिए मुकेश सहनी निषाद रैली की तैयारी में है. 

उत्तर प्रदेश में निषाद मतदाताओं की संख्या न सिर्फ फूलपुर बल्कि पूरे प्रयागराज बेल्ट में निषाद वोटबैंक की अच्छी खासी आबादी है. इसी वोटबैंक पर निषाद नेता यानी वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी की नजर है. बिहार में खुद को निषाद समुदाय के नेता के रूप में स्थापित कर चुके मुकेश सहनी अब उत्तर प्रदेश में भी वही करना चाहते हैं. पिछले यूपी विधानसभा में बले उन्हें सफलता नहीं मिली थी लेकिन वे अपने संगठन को मजबूत करने के लिए प्रयासरत हैं. इसलिए उन्होंने इस बार फूलपुर में निषाद रैली आयोजित करने की तैयारी की है. 

हालांकि मुकेश सहनी को लेकर भाजपा भी सक्रिय है. बीजेपी ने भले बिहार में मुकेश सहनी को झटका दिया था लेकिन बदली राजनीतिक परिस्थिति में फिर से भाजपा उन्हें अपने खेमे में लाना चाहती है. पर मुकेश सहनी के तय कार्यक्रम से लग रहा है कि बीजेपी के लिए अपने प्लान को अंजाम पहुंचाना उतना आसान नहीं है. उन्होंने इसी कारण अब भाजपा के गढ़ यानी यूपी में निषाद वोट बैंक को अपने खेमे में करने के लिए योजना बनाई है. 

जानकारी के मुताबिक मुकेश सहनी फुलपुर में निषाद आरक्षण का मुद्दा उठाएंगे. वे बीजेपी से सवाल दाग सकते हैं कि आखिर क्यों निषाद आरक्षण यूपी-बिहार में नहीं है, जबकि बंगाल में है. नीतीश कुमार के बाद अब यूपी में मुकेश सहनी की इस सक्रियता से यूपी में भाजपा के परम्परागत पटेल और निषाद वोटबैंक में बड़ी सेंधमारी हो सकती है. इससे 80 लोकसभा सीटों वाले यूपी में भाजपा को झटका देने के लिए नीतीश और मुकेश की यह पहल कितनी रंग लाएगी, यह बेहद महत्वपूर्ण होगा. 

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