महाबैठक के अगुआ 'नीतीश' हुए पानी-पानी ! अपना कुनबा भी नहीं संभाल सके, JDU से भिड़ंत के बाद भी 11 महीने तक ठाठ से MLC बने रहेंगे संतोष सुमन

PATNA: विपक्षी दलों की महाबैठक के अगुआ बने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बड़ा झटका लगा है. 23 जून से पहले ही विपक्षी एकता की हवा तब निकल गई जब देश भर के विपक्षी दलों को गोलबंद करने निकले सीएम नीतीश अपना घर को भी सुरक्षित नहीं रख सके. जेडीयू फोल्डर की सहयोगी पार्टी HAM ने बगावत कर दिया है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह नीतीश कैबिनेट में एससी-एसटी कल्याण विभाग के मंत्री डॉ. संतोष कुमार सुमन ने इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफे के साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
मई 2024 तक एमएलसी रहेंगे संतोष सुमन
जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन अभी विधान परिषद के सदस्य हैं. एनडीए से अलग होने के बाद इन्हें RJD के सहयोग से विधायक कोटे से विप का सदस्य बनाया गया था. संतोष सुमन 7 मई 2018 को विप के सदस्य बने थे. इनकी सदस्यता 6 मई 2024 तक है. यानि महागठबंधन से बगावत करने के बाद भी ये ठाठ से लगभग एक साल तक विधान पार्षद बने रहेंगे.
HAM का विलय कराना चाहते हैं नीतीश
मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद संतोष सुमन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इस्तीफा देने के बाद संतोष मांझी ने कहा कि लोकसभा सीट की बात नहीं है. हम अलग पार्टी हैं, नीतीश कुमार के साथ रहने से हमारी पार्टी का अस्तित्व खतरे में था. इसलिए हमने इस्तीफा दे दिया है. दरअसल पिछले सप्ताह ही नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी की मुलाकात हुई थी. मुलाकात के दौरान नीतीश कुमार ने कह दिया था कि जीतन राम मांझी अपनी पार्टी का विलय जदयू में कर दें. तभी उन्हें लोकसभा का टिकट दिया जायेगा. लेकिन मांझी ने नीतीश की इस बात को अस्वीकार कर दिया था. अब उनके बेटे ने नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है.
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Shri Santosh Kumar Suman |
Vidhan Sabha |
07.05.18- 06.05.24 |