पटना: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा हुई तो बिहार को झोलीभर खुशियों से भर गई. केंद्र ने गुरुवार को पद्म पुरस्कारों के लिए नाम घोषित किया. बिहार के सात लोगों को को पद्म पुरस्कारों के लिए चुना गया है. सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक, जिनका पिछले साल निधन हो गया था, को सामाजिक कार्यों के लिए मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा, तो डॉ चंद्रेश्वर प्रसाद ठाकुर को चिकित्सा के लिए पद्म भूषण दिया जाएगा.
बिहार के पांच लोगों को पद्मश्री पुरस्कार दिया जाएगा. इनमें विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त गोदना चित्रकार दंपति शांति देवी और शिवन पासवान , चित्रकार अशोक कुमार विश्वास हैं, जिन्हें 'टिकुली के भीष्म पितामह' के नाम से जाना जाता है को पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा जाएगा. साहित्य के लिए सुरेंद्र किशोर और कला के लिए राम कुमार मलिक को भी पद्मश्री पुरस्कार देने की केंद्र की मोदी सरकार ने घोषणा की है.
कालाजार पर रिसर्च के लिए विख्यात और भाजपा कोटे से केंद्रीय मंत्री रहे सीपी ठाकुर को भी पद्म विभूषण से नवाजा गया है. दरभंगा घराना के वयोवृद्ध कलाकार पंडित राम कुमार मलिक को भी पद्मश्री सम्मान दिया गया है.
मुखेयमंत्री नीतीश कुमार ने बिंदेश्वर पाठक को मरणोपरांत सामाजिक कार्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए पद्म विभूषण मिलने की घोषणा पर खुशी जाहिर की है.नीतीश ने डॉ सीपी ठाकुर को मेडिसिन के क्षेत्र में पद्म भूषण, शांति देवी पासवान और शिवन पासवान , अशोक कुमार विश्वास, राम कुमार मल्लिक और सुरेंद्र किशोर को पद्मश्री सम्मान मिलने की घोषणा पर बधाई दी है. पुरस्कारों की घोषणा के बाद बिहार में हर्ष का माहौल है.