पटना- राजधानी में क्राइम अनकंट्रोल है. नए डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने सूबे में बढ़ते क्राइम को देखते हुए आनन-फानन में पुलिस के आला अधियाकारियों की बैठक बुलाई है. लेकिन पटना के एक सिटी एसपी साहब ऐसे हैं जो बढ़ते क्राइम से बेपरवाह हैं. जदयू ने जिसे अपने प्रदेश प्रवक्ता पद की जिम्मेवारी सौंपी है, सिटी एसपी साहब उसी की पहचान पूछने में अपनी सारी काबिलियत दिखाने में जुटे हैं.
शनिवार को एलएन मिश्रा के जयंती समारोह में सिटी एसपी अमरकेश डी जदयू प्रवक्ता अरविंद निषाद पर वर्दी का रौब झाड़ते दिखे.सीएम नीतीश कुमार LN मिश्रा के जयंती समारोह में शामिल होने पहुंचे थे. सीएम नीतीश कुमार जब कार्यक्रम से निकलने लगे तो बकौल जदयू प्रवक्ता वो सीएम का अभिवादन कर रहे थे. तभी वर्दी के हनक में सिटी एसपी अमरकेश डी ने वहां पहुंच कर जदयू प्रक्ता को पीछे धकेल दिया. जब इस बात का जदयू प्रवक्ता ने विरोध किया तो उन्होंने डीएसपी को प्रवक्ता का वैरिफिकेशन करने और गाड़ी में बैठाने तक की बात कह डाली.
सिटी एसपी अमरकेश डी की इस बदसलूकी को देख आस पास मौजूद नेताओं ने हस्तक्षेप किया तब जाकर यह मामला शांत हुआ. आपको बता दें कि ये वही पटना के सिटी एसपी हैं जो अपने वरिए अधिकारी के सामने ही महिला आयोग की तत्कालिन अध्यक्ष सुषमा साहू के साथ भी बदतमीजी कर चुके हैं. सवाल यह उठता है कि आखिर पटना के इस सिटी एसपी के ऐसे रवैये के बाद भी आला अधिकारी इन्हे आखिर क्यों बर्दाश्त कर रहे हैं. जिस पार्टी की सरकार हो उस पार्टी के नुमाइंदे के साथ सरेआम इस तरह की बदसलूकी किस हद तक जायज है.