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कब्रिस्तान की जमीन पर अवैध कब्जे पर फूटा लोगों का गुस्सा, अतिक्रमण कर बने दुकानों में जड़ा ताला, आमने-सामने की शुरू हुई लड़ाई

कब्रिस्तान की जमीन पर अवैध कब्जे पर फूटा लोगों का गुस्सा, अतिक्रमण कर बने दुकानों में जड़ा ताला, आमने-सामने की शुरू हुई लड़ाई

PURNIA :  सदियों पुराने कब्रिस्तान की जमीन पर अवैध कब्जा से गुस्साए समाज के लोगों ने अवैध दुकानों में ताला आज जड़ दिया। मामला सदर थाना क्षेत्र के चिमनी बाजार स्थित कब्रिस्तान का है  जहां कब्रिस्तान की जमीन पर कुछ असामाजिक तत्वों ने अवैध कब्जा कर लिया है। वही यहां दुकान चलानेवाले लोगों का कहना है कि यह जमीन उनकी है। अब जमीन पर अधिकार को लेकर दोनो पक्ष आमने सामने आ गए हैं। 

कब्जे का विरोध करनेवाले लोगों ने बताया कि बीते कुछ सालों से एक के बाद एक जमीन पर निर्माण कार्य कराते जा रहे हैं । जब विरोध किया जाता है तो खुद की जमीन होने का हवाला देकर निर्माण कार्य को गति दे देते हैं। अवैध कब्जा धारियों ने शुरुआत चार दुकानों से की थी ।  जिसके बाद एक के बाद एक टीन के शेड बनाने शुरू किए और अब घर की इमारत को तैयार करने के लिए काम शुरू कर चुके हैं । 50 हजार की आबादी वाले इस चिमनी बाजार के लोग इस बात से खफा है कि कब्रिस्तान की जमीन पर कोई अवैध निर्माण कार्य कैसे करा सकता है। 


सरकारी दस्तावेजों में कब्रिस्तान होने का दावा

समाज के लोगों का मानना है कि वर्ष 1903 में जब जमीन का सर्वे हुआ था तब यह जमीन के नक्शे में कब्रिस्तान नजर आ रहा है । इसके बाद 1976 के खतियान में भी कब्रिस्तान का जिक्र है। लेकिन इलाके के ही कुछ लोग इस जमीन पर अवैध कब्जा करके निर्माण कार्य करा रहे हैं । समाज के लोगों ने पहले बहुत समझाने बुझाने की कोशिश की बावजूद इसके अवैध कब्जा धारियों ने निर्माण कार्य को नहीं रोका और धड़ल्ले से बनी हुई दुकानों पर धंधा भी शुरू कर दिया। 

दुकानों में लगा दिया ताला 

जब यहां दुकान चलाने वाले लोगों ने जगह खाली नहीं की तो उसके बाद समाज के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। समाज के लोगों ने एक साथ मिलकर कब्रिस्तान की जमीन पर बने दुकानों में ताले जड़ दिए । समाज के लोगों ने बताया कि उनके पूर्वज़ से लेकर बाप दादा तक इसी कब्रिस्तान में दफन है । कुछ लोगों ने तो अपने मां-बाप की कब्र के ऊपर घर बनता देख इसका विरोध भी जताया। 

यहां दफन हैं नवाब सिराजुद्दौला

कहा जाता है कि इस कब्रिस्तान में नवाब सिराजुद्दौला के परिजनों की भी कब्र है और समाज के लोग कानूनी राह अख्तियार करने को तैयार है । वहीं इस मामले में जब हमने दुकानदार राजू से बात की तो उन्होंने बताया कि यह जमीन उनकी है । जब निर्माण कार्य कर रहे थे तब उन्हें नहीं रोका गया फिर आज क्यों रोका जा रहा है । जबकि समाज के लोगों का कहना है कि उन्हें शुरू से रोका जा रहा था । बावजूद इसके वो रुकने को तैयार नहीं हुए । हमारे पास पुख्ता कागजात है जिसे हम प्रस्तुत करने को भी तैयार है ।

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