दरभंगा : बीते 22 दिसंबर को दिनदहाड़े दरभंगा में S. K. कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालीक कुशेश शाही हत्या कांड में आखिरकार पुलिस को 24 दिन बाद पहली सफलता मिली है. दरभंगा पुलिस ने शाही हत्याकांड में लाईनर की भूमिका निभाने वाले अपराधी शुभम ठाकुर उर्फ़ गोलू को गिराफ्तार कर लिया है. पर अभी तक मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर है.
इस बाबत मीडिया से बात करते हुए दरभंगा के एसएसपी बाबू राम ने पूरी हत्याकांड का खुलासा करते हुए कहा कि कुशेश शाही की हत्या की साजिश सीतामढ़ी के रहनेवाले नीरज मुखिया ने रची थी. नीरज शाही ने कुशेष शाही की हत्या के लिए 15 लाख की सुपारी सूटर गोविन्द को दी थी. एडवांस में 5 लाख रुपया नीरज मुखिया ने गोविन्द को दिया था बाकि की रकम काम पूरा होने पर देने का वादा था.
एसएसपी ने बताया कि पूरी घटना में अब तक 9 अपराधी का नाम सामने आया है, जिसकी तालाश में पुलिस दरभंगा सहित दूसरे जिले में भी छापेमारी कर रही है. पुलिस के अनुसार अपराधी ने हत्या के दिन 6 पिस्टल का प्रयोग किया था. यही वजह है कि घटनास्थल से भी कई तरह के गोली के खोखे पुलिस को मिली थी.
कुशेश शाही की हत्या का कारण बताते हुए एसएसपी ने कहा कि शाही की दूसरी पत्नी से नीरज मुखिया के पूर्व से सम्बन्ध थे, और शाही से शादी के बाद भी उसकी पत्नी नीरज मुखिया से कांटेक्ट में थी. यही वजह है कि नीरज मुखिया ने कुशेश शाही की हत्या का प्लान कर घटना को अंजाम दिया गया था. हत्या में नीरज मुखिया के कार का उपयोग किया गया था.
बता दें कि घटना 22 दिसम्बर को हुई थी. जब कुशेश शाही अपने घर बंगाली टोला से अपने ऑफिस रानीपुर NH 57 से होकर जा रहे थे, तभी दिनदहाड़े अपराधियों ने हाइवे पर कार रोक कर गोलियों से उन्हें भून दिया था. इसमें घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई थी.