डेस्क - 2 अक्टूबर साल 2023 को नीतीश -तेजस्वी की सरकार के जातीय जनगणना की रिपोर्ट जारी करने के बाद राजनीतिक हलकों में बवाल मच गया था. कांग्रेस ने पांच राज्यों के चुनाव में जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया और देश भर में इसे कराने की घोषणा कर दी. लालू प्रसाद यादव ने जिसकी जितनी आबादी उसकी उतनी हिस्सेदारी की मांग कर दी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी वंचित समुदायों को उनकी आबादी के अनुपात में अधिकार देने की बात कर रहे हैं.
साल 2023 के विधानसभा चुनावों के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर देश को जाति के नाम पर बांटने का आरोप लगाया और कहा था कि उनकी राय में गरीबी सबसे बड़ी जाति है.
भारत न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी लगातार जातीय जनगणना का मुद्दा उठा रहे हैं. राहुल गांधी ने जाति जनगणना की वकालत करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी से पूछा कि पीएम मोदी खुद को ओबीसी क्यों कहते हैं?कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को जाति जनगणना की मांग दोहराते हुए पीएम मोदी पर करारा वार करते हुए पूछा कि अगर अमीर और गरीब ही एकमात्र जाति हैं तो वह खुद को और ओबीसी को ओबीसी क्यों कहते हैं?
राहुल गांधी ने कहा कि आजकल प्रधान मंत्री कहते हैं कि देश में केवल दो जातियाँ हैं, अमीर और गरीब. जब कोई पिछड़ा नहीं, कोई दलित नहीं, कोई आदिवासी नहीं तो फिर मोदी जी इतने सालों तक खुद को ओबीसी क्यों कहते रहे? राहुल गांधी ने कहा कि समाज के वंचित वर्गों को सामाजिक और आर्थिक न्याय दिलाने के लिए जाति जनगणना कराई जाएगी.