RANCHI : भारत के संविधान, प्रजातंत्र और प्रजातांत्रिक संस्थाओं को बचाने के लिए झारखंड राजभवन के समक्ष एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया. इस धरना में झारखंड के वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उराव, ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, कांग्रेस प्रदेश कमेटी के प्रवक्ता गण और अपने समर्थकों के साथ शामिल हुए.
इस मौके पर वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा की संविधान दो तरह के होते हैं एक लिखित होते हैं और दूसरे ऐसे संविधान है दुनिया में जो लिखित नहीं होते हैं. परंपरागत होते हैं. हालाँकि भारत का संविधान लिखित संविधान है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी एक ऐसी पार्टी है जो कि ना संविधान को मानती है ना ही लोकतंत्र को मानती है. पद का प्रलोभन देकर के पार्टी के लोगों से, विधायकों से इस्तीफा दिलवाया गया और तब जाकर बीजेपी ने सरकार बनाई थी.
उन्होंने कहा की परंपरा को तोड़ा गया, पद का प्रलोभन देकर जो लोग विधायक नहीं है. उनको भी मंत्री पद का पद दिया गया. उरांव ने कहा की भारतीय जनता पार्टी गैर संवैधानिक कामों को करती है.
मध्य प्रदेश की घटना को लेकर दफ्तर रामेश्वर उरांव ने कहा की मैं सभी को जानता हूं जो ना किसी विधायक पद पर हैं और न हीं विधानसभा के सदस्य नहीं हैं. लेकिन मंत्री बना दिया गया. साफ तौर पर कह सकते हैं कि पद का प्रलोभन दिया गया. भारतीय जनता पार्टी परंपरा को तोड़ रही है लोकतंत्र को तोड़ रही है. इसीलिए आज हम लोग राजभवन के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
रांची से मोइजुद्दीन की रिपोर्ट