प•चम्पारण के बगहा के रामनगर में जगतगुरु श्रीरामभद्राचार्य ने बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर पर रामचरितमानस को लेकर लगातार दिए गये विवादित बयान को लेकर तीखी टिप्पणी की है और उन्होनें खुला चैलेंज भी दे दिया । तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा है कि शिक्षा मंत्री प्रो.चंद्रशेखर में हिम्मत है तो आकर वे रामचरितमानस की संगतियों पर चर्चा करें । श्रीरामभद्राचार्य ने बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर को चुनौती देते हुए कहा कि अगर विसंगति निकल गई तो मैं पटना स्थित गंगा नदी में समाहित हो जाऊंगा , जलसमाधि ले लूंगा वरना उन्हें राजनीति से संन्यास लेना होगा।
दरअसल बिहार के पश्चिमी चंपारण जिला अंतर्गत रामनगर में अपने नौ दिवसीय यात्रा पर राम कथा वाचन करने पहुंचे जगद्गुरु रामभद्राचार्य सनातन धर्म पर कटाक्ष करने वालों पर जमकर बरसे । इसके अलावा उन्होंने बिहार में जातीय जनगणना को लेकर भी नीतीश सरकार पर निशाना साधा। तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने बिहार में हुई जाति जनगणना पर अपने पूर्व में दिए बयान पर कहा की जातिगत जनगणना की बात वे नहीं करते हैं बल्कि सत्ता के कुर्सी पर बैठने वाले भेड़िए करते हैं। मैं तो कहना चाहता हूं कि लोगों को जाति के आधार पर न बांटें। जाति के आधार पर लोगों को बांटने से वोट नहीं मिलेगा।
इस दौरान रामभद्राचार्य ने तमिलनाडु मुख्यमंत्री के बेटा उदयनिधि स्टालिन को भी आड़े हाथों लिया और कहा की वह सनातन धर्म को मिटाने की बात करता है। जो लोग भी सनातन धर्म को मिटाने की बात करता है वह खुद हीं मिट जाएगा। इधर बिहार बीजेपी के राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र दुबे ने भी रामभद्राचार्य महाराज के बयान का समर्थन करते हुए सनातन धर्म पर टिप्पणी करने वाले के नाश होने की बात कही है।