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रोहिणी आचार्य रखेंगी अपने पिता लालू यादव की रिहाई के लिए रोजा

रोहिणी आचार्य रखेंगी अपने पिता लालू यादव की रिहाई के लिए रोजा

पटना: रोजा अल्‍लाह की इबादत का एक तरीका है और रोजा का अर्थ सिर्फ भूखा-प्‍यासा रहना नहीं है रोजा के दौरान खाने-पीने से तो बचना ही है लेकिन पेट के अलावा हमारे पूरे बदन का रोजा होता है, जैसे हमारी आंख का रोजा, जुबान का रोजा, कान का रोजा, हाथ का रोजा, पांव का रोजा आदि.तेजस्‍वी यादव ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से भी मुलाकात कर लालू के बेहतर इलाज के बारे में बात की थी. इसी क्रम में अब लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने ट्विटर पर पिता के साथ अपने बचपन की प्‍यारी सी तस्‍वीर शेयर करते हुए इमोशनल एनाउसमेंट किया है. 

उन्‍होंने इस बार  रमजान के दौरान पूरे महीने रोजा रखने का एलान किया है। कहा है कि कल से रमजान का पाक महीना शुरू हो रहा है. इस बार वे भी पिता के अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य और उनकी जल्‍द रिहाई की कामना के साथ पूरे महीने रोजा रखेंगी. ये अपने आप में बहुत कठिन है पर रोहणी आचार्य अपने पिता लालू यादव से बहुत प्यार करती है और उनके लिए वो रोजा रखने वाली हैं.  


साथ मे चैती नवरात्र भी है, मेरे अंदर इनती हिम्मत है कि मैं दोनों पावन पर्व पूरी निष्ठा के साथ पूरा कर सकती हूं!
मुझे किसी ज़हरीले परवरिश की नफ़रती सोच से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता ।
आप सभी को चैती नवरात्र की भी हार्दिक शुभकामनाएं🙏 https://t.co/yW3LJ6L2IX

— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) April 12, 2021 ustify;">


इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कल से चैती नवरात्र भी है, मेरे अंदर इनती हिम्मत है कि मैं दोनों पावन पर्व पूरी निष्ठा के साथ पूरा कर सकती हूं! मुझे किसी ज़हरीले परवरिश की नफ़रती सोच से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता । आप सभी को चैती नवरात्र की भी हार्दिक शुभकामनाएं.

वहीं उनके इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर उनके समर्थकों द्वारा इसका विरोध भी किया जाने लगा है. उनके एक समर्थक ने इनको इस फैसले को लेकर कहा कि आप अपनी फायदे के लिए पूरे समुदाय को गर्त में लेकर जा रही हैं। साथ ही बहुत सारे समर्थकों ने इस फैसले को लेकर अमर्यादित का भी इस्तेमाल किया है. वहीं इसके जवाब में रोहिणी आचार्य ने ट्वीट करते हुए कहा कि इंसा इंसा से नफ़रत कैसा? एक दूजे धर्म से वैर कैसा? एक दूजे के आस्था में ही भक्ति है. इससे बढ़कर नहीं कोई देशभक्ति है.

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