JAMUI : महुआ शराब की बिक्री पर एकाधिकार को लेकर सिकन्दरा थाना क्षेत्र के पुरसन्डा मोड़ के समीप बालाडीह गांव के स्व. रघुनाथ यादव के 30 वर्षीय पुत्र सोनू यादव को बाइक सवार अपराधियो ने गोली मारकर दिनदहाड़े हत्या कर दिया। गोली की आवाज सुन अगल-बगल काम कर रहे लोगो में अफरा -तफहरी मच गई। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि सिकन्दरा थाना के धनकुरबा, लेलीननगर,, बालाडीह, पुरसन्डा कई जगहों पर महुआ शराब भट्ठी से शराब चुलाई जाती है। इसी की बिक्री पर एकाधिकार को लेकर पहले दोनो में मोबाइल पर ही एक दूसरे को देख लेंने की धमकी दी गई।
इसके बाद आरोपी ने मृतक के धमकी को स्वीकार कर कहा कि वो शराब लेकर आ रहा है। जो करना है कर लो। उसके इस बात से भड़क उठा मृतक सोनू बाइक से पुरसन्डा मोड़ के समीप पहले चला आया। उसी दौरान तीन आदमी बाइक पर सवार होकर शराब के साथ उस स्थान पर आये। पहले दोनो में हाथापाई हुई फिर एक युवक के साथ मारपीट होने लगी। तभी बगल में खड़े दूसरे व्यक्ति ने ताबड़तोड़ सिर में तीन गोली मार दी। जिससे मौके पर ही युवक की मौत हो गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही आस-पास के लोगो की भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गयी। घटना की सूचना पर सिकन्दरा थानाध्यक्ष सदाशिव साहा अपने दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और सभी को समझाने के बाद मजमा को हटाया और लाश को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु जमुई भेज दिया।
बताया जा रहा है की मृतक सोनू यादव कुछ माह पहले जेल से छूटकर आया था। वो चंद्रदीप थाना के अलीगंज में 17 जुलाई 2019 को अमर सिंह की हुई हत्या में नामजद अभियुक्त है। मृतक सोनू अपराधी प्रवृति का आदमी है। उस पर उल्हुआ बाबा के मजार पर पूजा करने आये श्रद्धलुओं के साथ लूटपाट, रंगदारी मारपीट तथा वाहन से रंगदारी वसूली करने का भी आरोप है। सिकन्दरा थानाध्यक्ष सदाशिव साहा ने बताया की मृतक के परिजनों द्वारा इस हत्याकांड में शामिल लोगों की पहचान कर ली गई है। शराब माफियाओं द्वारा अवैध बिक्री पर एकाधिकार को लेकर आपसी वर्चस्व में हत्या की घटना को अंजाम दिया गया। आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है।
सिकन्दरा तथा चंद्रदीप थाना क्षेत्र के दक्षिणी जंगली, पहाड़ी इलाकों में तेजी से बढ़ रहे अवैध कारोबार के कारण अपराधियो की शरणस्थली बन गई है। इस क्षेत्र में पहाड़ो से सटे होने के कारण अवैध महुआ शराब चुलाने की दर्जनों भठ्ठिया स्थानीय अपराधी द्वारा सन्चालित की जाती है। लकड़ी की अवैध कटाई, बालू की ढुलाई, पत्थर का काला कारोबार , अपहर्ताओं को रखने का कार्य सभी तरह की कार्य इस क्षेत्र में किया जाता है। कम समय में अपराधियों की अच्छी उन्नति को देखकर कुछ स्थानीय लोग इस गिरोह से जुड़ जाते है, फिर गिरोह में वर्चस्व को लेकर खूनी संघर्ष शुरू हो जाता है। जो हत्या जैसे जघन्य वारदात को अंजाम देते है।
जमुई से राकेश कुमार की रिपोर्ट