PATNA/KATIHAR: आज नवरात्र का दूसरा दिन है। आज भक्त मां ब्रह्मचारिणी का ध्यान कर उनकी आराधना करते हैं। नवदुर्गा का दूसरा रूप मां ब्रह्मचारिणी कहलाता है। ब्रह्मचारिणी मां, ब्रह्म अर्थात तपस्या का आचरण करने वाली हैं। इसलिए इन्हें तपस्चारिणी भी कहा जाता है। उनके एक हाथ में कमण्डल है तो दूसरे हाथ में अक्ष माला। मां ब्रह्मचारिणी को ज्ञान और तप की देवी माना जाता है। मां ब्रह्मचारिणी का पूजन करने से भक्त को धैर्य, ज्ञान और कठोर परिश्रम करने का गुण प्राप्त होता है। विद्धार्थियों औऱ तपस्वियों को मां ब्रह्मचारिणी का पूजन जरूर करना चाहिए।
बड़ीपटन देवी मंदिर में लगी लंबी कतार
नवरात्र के मौके पर देशभर के 51 शक्तिपीठों सहित मां के मंदिरों की छटा देखते ही बन रही है। हर जगह, हर गली में मां के जयकारों से गूंज रही है। इस मौके पर राजधानी पटना के भक्त ज्यादा उत्साहित हैं, क्योंकि यहां दो-दो शक्तिपीठ बड़ी पटन देवी और छोटी पटन देवी मौजूद हैं, जो कि देशभर के भक्तों के आकर्षण का केंद्र है। बड़ी पटनदेवी में भक्तों की भीड़ सुबह से ही देखी जा रही है। कहीं कोई गड़बड़ी ना हो इसलिए मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी से भी निगरानी रखी जा रही है। मंदिर प्रबन्धको के द्वारा भक्तों की मदद के लिए लोगो को भी लगाया गया है।पूरे मंदिर परिसर को भव्य तरीके से सजाया गया है।
कटिहार में भी दिख रहा गजब का उत्साह
कटिहार के कुर्सेला प्रखंड में भी लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है। मंदिरों से लेकर लोगों के घरों तक नवरात्र की धूम है। भक्तिमय वातावरण में लोग मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की आराधना के लिए तन-मन से जुटे हुए हैं। वैसे तो कटिहार में अस्थाई रूप से कई पूजा पंडाल बनाए जा रहे हैं, लेकिन जिले में स्थाई रूप से स्थापित दुर्गा मंदिरों में भी पूरे विधि विधान के साथ मां के हर रूप से पूजा को लेकर भव्य तैयारी है।