DESK. देश की छठी वंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन रविवार से शुरू हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर (महाराष्ट्र) को बिलासपुर (छत्तीसगढ़) से जोड़ने वाली ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ ट्रेन को रविवार सुबह हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मोदी ने ट्रेन को नागपुर रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाई। इस दौरान उन्होंने नागपुर और अजनी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य की आधारशिला भी रखी। इनके पुनर्विकास पर क्रमश: लगभग 590 करोड़ रुपये और 360 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
नई दिल्ली और वाराणसी के बीच चलने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को 15 फरवरी, 2019 को हरी झंडी दिखाई गई थी। ऐसी पांचवीं ट्रेन को 11 नवंबर, 2022 को हरी झंडी दिखाई गई। यह मैसूर और चेन्नई के बीच चलती है। चौथी वंदे भारत ट्रेन नई दिल्ली और अम्ब अन्दौरा के बीच चलती है। इसके अलावा दूसरी वंदे भारत ट्रेन दिल्ली से कटड़ा के लिए चलती है। वहीं, तीसरी ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलाई गई है। रेलवे की योजना अमृत महोत्सव के दौरान 75 वंदे भारत ट्रेनें चलाने की है। आजादी के अमृत महोत्सव की आधिकारिक यात्रा 12 मार्च, 2021 को शुरू हुई। इसने आजादी की 75वीं वर्षगांठ के लिए 75 सप्ताह की उलटी गिनती शुरू की है। यह महोत्सव 15 अगस्त, 2023 को समाप्त होगा।
वहीं प्रधानमंत्री ने नागपुर के अजनी में सरकारी रखरखाव डिपो (लोकोमोटिव रखरखाव डिपो) और नागपुर-इटारसी तीसरी लाइन परियोजना के कोहली-नरखेड खंड को भी राष्ट्र को समर्पित किया। इन परियोजनाओं को क्रमश: करीब 110 करोड़ रुपये और करीब 450 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने के साथ ही पीएम मोदी नागपुर मेट्रो के फेज-1 का शुभारंभ भी किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने फ्रीडम पार्क से खपरी तक नागपुर मेट्रो की सवारी की। ट्रेन में छात्रों से बातचीत भी की। प्रधानमंत्री ने नागपुर मेट्रो के फ्रीडम पार्क स्टेशन पर अपना टिकट खरीदा।
बाद में उन्होंने नागपुर में एम्स का शुभारंभ किया। साथ ही एम्स टेम्पल ग्राउंड पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने 1500 करोड़ रुपए की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उदघाटन और शुभारंभ किया. इसके पहले नागपुर-मुम्बई के बीच निर्मित समृद्धि महामार्ग का शुभारंभ किया।