NEWS4NATION DESK : केंद्र सरकार ने गांधी परिवार से भी SPG सुरक्षा वापस लेने का फैसला किया है। गृह मंत्रालय के तहत आने वाली सिक्युरिटी कमिटी की शुक्रवार को हुई बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका गांधी की SPG सुरक्षा हटाकर सीआरपीएफ की Z+ सिक्युरिटी देने का फैसला लिया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कमिटी की बैठक में SPG की कई रिपोर्ट पेश की गईं, जिनमें दावा किया गया कि तमाम मौकों पर गांधी परिवार ने एसपीजी सुरक्षा नहीं ली थी। सिक्युरिटी कमिटी ने पाया कि गांधी परिवार को बहुत ज्यादा खतरा नहीं है।
बता दें इससे पहले अगस्त में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की एसपीजी सुरक्षा हटाई गई थी। केन्द्र सरकार के इस फैसले के बाद अब सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही SPG सुरक्षा के दायरे में होंगे।
इधर केन्द्र सरकार के इस फैसेल को कांग्रेस ने बदले की निजी कार्रवाई बताया है। कांग्रेस ने कहा है कि गांधी परिवार के लोगों की जिंदगियों से खिलवाड़ किया जा रहा है।
28 साल में पहला मौका है, जब गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा नहीं रहेगी। 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद से गांधी परिवार को SPG सुरक्षा देने का फैसला हुआ था।
गौरतलब है कि एक VVIP की सुरक्षा में SPG के 300 जवान होते हैं। इनके पास अत्याधुनिक हथियार, अंधेरे में देखने वाले चश्मे, स्नाइपर्स, बम डिस्पोजल टीम, जैमर आदि होते हैं।
वहीं Z+ सिक्युरिटी में एक VVIP की सुरक्षा में 55 जवान रहते हैं। इनमें से 19 ब्लैक-कैट (NSG) कमांडो होते हैं। सुरक्षा में एस्कॉर्ट और पायलट गाड़ियां भी शामिल होती हैं।