PATNA : जिस पीएमसीएच में आधी रात को निरीक्षण के लिए बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव पहुंचते हैं। वहां की स्थिति को देखने के बाद उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर की और सुधार करने के लिए निर्देश दिया। उस पीएमसीएच में आज स्थिति यह है मरीजों के इस्तेमाल होनेवाले रूई भी उपलब्ध नहीं है. यह स्थिति अस्पताल के एक दो नहीं बल्कि आधा दर्जन विभागों में नजर आ रही है।
चार माह से यही स्थिति
यह इत्तेफाक है कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बने हुए लगभग चार माह का समय गुजर चुका है। लगभग इतने समय से ही पीएमसीएच में मरीजों के लिए रूई नहीं मिल रही है। स्थिति यह है कि इमरजेंसी, सर्जरी से लेकर हड्डी रोग विभाग में मरीजों के इलाज में इस्तेमाल करने के लिए परिजनों से ही रूई खरीद कर मंगाई जाती, तब जाकर इलाज या ऑपरेशन शुरू होता है। वार्डों में भर्ती मरीजों की ड्रेसिंग आदि के लिए, यहां तक कि मरीजों को इंजेक्शन लगाने के दौरान इस्तेमाल होनेवाले रूई भी परीजनों को ही लाना पड़ रहा है। जिसको लेकर कई बार मरीजों के परिजन से बहस भी हो जाती है।
नहीं हो रही है आपूर्ति
पीएमसीएच में रूई नहीं मिलने की जानकारी यहां के अस्पताल अधीक्षक को भी है। लेकिन इस समस्या के लिए वह सप्लायर को जिम्मेदार बताते हैं। उनका कहना है कि अस्पताल में दवाइयां और अन्य जरुरी सामग्री की आपूर्ति बीएमएसआईसीएल के माध्यम से होती है। उनका कहना था कि रूई के लिए उन्हें पत्र लिखा गया है। लेकिन आपूर्ति नहीं हो रही है। ऐसे में अब जेप पोर्टल की मदद से खरीदी का फैसला लिया गया है।
इन अस्पतालों में भी यही स्थिति
रूई की अनुपलब्धता सिर्फ पीएमसीएच में नहीं है। बल्कि बीएमएसआईसीएल से एनएमसीएच में भी यही स्थिति है। यहां के डॉक्टरों का कहना है कि आंतरिक संसाधनों से रूई की खरीद कर ओटी, सर्जरी व रोग विभाग में आपूर्ति की जा रही है।
पीएमसीएच के इन विभागों में रुई नहीं
- सर्जिकल और मेडिकर इमरजेंसी,
- हड्डी रोग विभाग
- सर्जरी विभाग
- स्त्री व प्रसूति रोग विभाग
- सभा महत्वपूर्व वार्डों में
- ओटी