नई दिल्ली - मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का 18वां संस्करण 15 से 21 जून तक मुंबई में आयोजित किया जाएगा. फिल्म महोत्सव के दौरान मुंबई स्थित ‘एफडी-एनएफडीसी कॉम्प्लेक्स’ में गैर-फीचर फिल्में (वृत्तचित्र, लघु कथा और ‘एनिमेशन’) प्रदर्शित की जाएंगी.दक्षिण एशिया में गैर-फीचर फिल्मों (वृत्तचित्र, लघु कथात्मक चित्र और एनिमेशन) के लिए सबसे पुराना और सबसे बड़ा फिल्म महोत्सव है। वर्ष 1990 में शुरू होने के बाद से वृत्तचित्र फिल्म जगत का एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम है। यह एक द्विवार्षिक आयोजन है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव प्रसारण संजय जाजू ने घोषणा की कि मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का 18वां संस्करण मुंबई में 15 जून से 21 जून, 2024 तक आयोजित किया जाएगा. इस महोत्सव का आयोजन स्थल एफडी-एनएफडीसी कॉम्प्लेक्स, मुंबई होगा और एमआईएफएफ की स्क्रीनिंग दिल्ली (सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम), चेन्नई (टैगोर फिल्म सेंटर), पुणे (एनएफएआई ऑडिटोरियम) और कोलकाता (एसआरएफटीआई ऑडिटोरियम) में भी होगी.
इस महोत्सव में 59 देशों की तीन सौ चौदह फिल्मों की स्क्रीनिंग होगी. महोत्सव की थीम अमृतकाल में भारत है। जापान, रूस, बेलारूस, ईरान, इटली, वियतनाम और माली की कुल 17 फिल्में भी महोत्सव में दिखाई जायेंगी. उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए कान फिल्म महोत्सव के बाद यह एक अच्छा अवसर होगा.
एमआईएफएफ दुनिया भर के वृत्तचित्र निर्माताओं से मिलने, विचारों का आदान-प्रदान करने, वृत्तचित्र, लघुचित्र और एनिमेशन फिल्मों के सह-निर्माण तथा विपणन की संभावनाओं का पता लगाने और फिल्म निर्माताओं के विश्व सिनेमा के दृष्टिकोण को व्यापक बनाने के लिए एक मंच प्रदान करता है. यह महोत्सव वृत्तचित्र, एनिमेशन और लघु फिल्मों के लिए संवाद करने व चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करेगा, जिसका उद्देश्य कलात्मक अभिव्यक्ति को बढ़ावा देना तथा फिल्म निर्माताओं और उपस्थित लोगों के लिए एक रचनात्मक प्रेरणा के रूप में काम करना है.