पटना: बिहार के कई मॉडल्स को देश के अन्य राज्य भी अपना रहे हैं. चाहे घर बिजली पहुंचाने का मामला हो या स्मॉर्ट मीटर योजना या फिर कृषकों के घर तक बीज पहुंचाने की बिहार सरकार की योजना, असे देश के अलग अलग राज्य अपने सूबे में लागू कर रहे हैं. बिहार के मौसम पूर्वानुमान मॉडल को अब पूरा राष्ट्रीय स्तर पर अपनाने की तैयारी चल रही है. बिहार के मौसम के पूर्वानुमान मॉडल को देखने इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ बिहार आने वाले हैं. योजना एवं विकास विभाग इसकी तैयारी लगा हुआ है. बिहार में पांच दिनों के मौसम का सटीक पूर्वानुमान जारी किया जा रहा है.बता दें कुछ दिन पहले नासा के वैज्ञानिक भी बिहार का मौसम केंद्र देखने आये थे.
बिहार के मौसम पूर्वानुमान मॉडल की सबसे बड़ी खासियत है कि विभाग में हर पंचायत से हर 15 मिनट पर मौसम पूर्वानुमान की जानकारी आती है एक पंचायत से दिनभर में 96 बार डाटा आता है. सभी पंचायतों से दिनभर में 80 हजार से अधिक डाटा संकलित किए जाते हैं. ‘मौसम बिहार’ से राज्य की सभी पंचायतें जुड़ी हुई हैं.अब इसका विस्तार बिहारके हर गांव तक तरने की तैयारी है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक मोबाइल एप का भी लोकार्पण किया था।. इससे पंचायत स्तर की मौसम की सटीक जानकारी पांच दिन पहले किसानों और आमलोगों को दी जा रही है. यह मॉडल से किसानों के लिए खासी मददगार साबित हो रही है. अब इसे राष्ट्रीय स्तर पर अपनाने की तैयारी चल रही है.