बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

देश मना रहा 74वें गणतंत्र का जश्न, कर्तव्य पथ पर पहली बार झंडोतोलन करेंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

देश मना रहा 74वें गणतंत्र का जश्न, कर्तव्य पथ पर पहली बार झंडोतोलन करेंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

PATNA : भारत आज 26 जनवरी को 74वां गणतंत्र दिवस  का जश्न मना रहा है। गणतंत्र दिवस के मौके पर पहली बार कर्तव्य पथ पर परेड होगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कर्तव्य पथ से राष्ट्र का नेतृत्व करेंगी। इससे पहले इस जगह को राजपथ के नाम से जाना जाता था। इस परेड में 'न्यू इंडिया' की झलक दिखेगी। इसके साथ ही स्वदेशी सैन्य पराक्रम और नारी शक्ति का प्रदर्शन होगी। 

राज्यों की झांकियां में सांस्कृतिक विविधता दिखेगी। साथ ही वायुसेना के 50 विमान पराक्रम दिखाएंगे। इस बार गणतंत्र दिवस पर मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी (Abdel Fattah El-Sisi) मुख्य अतिथि होंगे।

74वें गणतंत्र दिवस समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी मुख्य अतिथि होंगे। वहीं परेड समारोह की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाने के साथ होगी। पीएम मोदी शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर सलामी मंच पर पहुंचेंगे।

अंग्रेजों की बनाई तोपों की जगह भारतीय तोपें देंगी सलामी

गणतंत्र दिवस में राष्ट्रगान के दौरान 21 तोपों की सलामी दिए जाने की परंपरा है। अब तक ये सलामी ब्रिटेन में बनी 25-पाउंडर तोपों से दी जाती थी, जो द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान भी इस्तेमाल की गई थीं। अब इनकी जगह भारत में बनी 105MM इंडियन फील्ड गन से सलामी दी जाएगी। ये तोपें जबलपुर और कानपुर की गन फैक्ट्री में बनाई गई थीं। इन्हें 1972 में डिजाइन किया गया था और ये 1984 से सर्विस दे रही हैं। दिल्ली एरिया के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल भवनीश कुमार ने कहा कि 105MM देश में बनी तोपें हैं इसलिए हम इनसे सलामी देना चाहते हैं। यह हमारे लिए गर्व का विषय है और हम इसीलिए स्वदेशी तोप का इस्तेमाल करेंगे।

अग्निवीर भी परेड में शामिल होंगे

परेड में सिर्फ मेड इन इंडिया यानी स्वदेशी हथियारों का डिस्प्ले होगा। यहां तक कि एम्युनिशन भी स्वदेशी होंगे। दिल्ली एरिया के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल भवनीश कुमार ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत के तहत सेना कई स्वदेशी इक्विपमेंट्स का प्रदर्शन करेगी।वहीं पहली बार होगा कि परेड में अग्निवीर के जवान शामिल होंगे

पहली बार नारकोटिक्स ब्यूरो की झांकी

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की झांकी पहली बार परेड में दिखाई देगी। नो ड्रग्स इसका मैसेज होगा। इस झांकी में NCB मेंबर्स के अलावा उनके डॉग स्क्वॉड के भी 2 मेंबर्स मौजूद रहेंगे। 

परमवीर चक्र और अशोक चक्र के विजेता परेड में होंगे शामिल

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, सर्वोच्च वीरता पुरस्कारों के गौरवशाली विजेता उनके पीछे-पीछे आएंगे। इनमें परमवीर चक्र और अशोक चक्र के विजेता शामिल हैं। परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर (मानद कप्तान) बाना सिंह, 8 जेएके एलआई (सेवानिवृत्त); सूबेदार मेजर (मानद कप्तान) योगेंद्र सिंह यादव, 18 ग्रेनेडियर्स (सेवानिवृत्त) और सूबेदार (मानद लेफ्टिनेंट) संजय कुमार, 13 जेएके राइफल्स और अशोक चक्र विजेता मेजर जनरल सीए पीठावाला (सेवानिवृत्त), जीप पर डिप्टी परेड कमांडर के पीछे कर्नल डी श्रीराम कुमार और लेफ्टिनेंट कर्नल जस राम सिंह (सेवानिवृत्त) होंगे।


Suggested News