HAJIPUR : एक नर्सिंग होम में चल रहे विदेशी ब्रांडों के नाम पर शराब बनाने की फैक्ट्री में दो गाड़ियों में कार्रवाई के लिए पहुंची पुलिस टीम, उसके अलावा उत्पाद विभाग की टीम अलग से पहुंची थी, लेकिन इतने लोगों की मौजूदगी में आरोपी बना निहत्था डॉक्टर फरार हो गया और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। यह सब तब हुआ जबकि आरोपी डॉक्टर के हाथ रस्सी से बंधे हुए थे। जिसके बाद रात भर मक्के के खेत में पुलिसवाले खोजबीन करते रहे। फरार डॉक्टर का नाम सुरेश कुमार बताया गया है।
दरअसल हाजीपुर उत्पाद विभाग को गुप्त सूचना मिली की सदर थाना क्षेत्र के शुभई स्थित एक निजी मकान में शराब की फैक्ट्री चलाई जा रही है. जिसके बाद पुलिस बल के साथ उत्पाद की टीम छापेमारी करने मौके पर पहुंची थी। उस शराब फैक्ट्री के आगे एक दवा दुकान थी. यही नहीं एक फैक्ट्री के मुख्य गेट पर निजी क्लीनिक का बैनर टांगा गया है. इसको देखकर कोई भी यही समझता कि यहां मरीजों का इलाज होता है. लेकिन जब उत्पाद विभाग की टीम कमरे के अंदर दाखिल हुई तो वहां सैकड़ों विदेशी शराब के रैपर, बोतलें, तैयार शराब, टेट्रा पैक शराब के रैपर, यहां तक कि पंचिंग मशीन और दवा भी मौजूद था जिससे विदेशी शराब बनाया जाता था. इसके अलावा 3 ड्राम प्रतिबंधित स्प्रिट भी मौके से बरामद किया.
हाथ बांधकर कुर्सी पर बैठाया था
इस पूरी कार्रवाई के दौरान पुलिस ने आरोपी डॉक्टर सुरेश कुमार के हाथ रस्सी से बांधकर उसे कुर्सी पर बैठाया था और सारे कर्मी शराब की तलाश में लगे हुए थे। इसी दौरान आरोपी डॉक्टर बंधे हुए हाथ के साथ ही आराम से अपने क्लिनिक के पीछे बने दूसरे दरवाजे से निकलकर फरार हो गया।
रात भर होती रही तलाशी
पुलिस की आंखों में धूल झौंककर फरार डॉक्टर की तलाश करने के लिए पुलिसवालों को खुद रतजग्गा करना पड़ा और खेतों में उसकी तलाश की जाती रही। हालांकि बताया जा रहा है कि उसे पकड़ा नहीं जा सका है।