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एक और विश्व युद्द के मुहाने पर खड़ी दुनिया, ईरान के इस्राइल पर मिसाइलें दागने के बाद बढ़ा तनाव, इजरायल के पक्ष में उतरे ब्रिटेन-फ्रांस और अमेरिका

एक और विश्व युद्द के मुहाने पर खड़ी दुनिया, ईरान के इस्राइल पर मिसाइलें दागने के बाद बढ़ा तनाव, इजरायल के पक्ष में उतरे ब्रिटेन-फ्रांस और अमेरिका

डेस्क- गाजा पट्टी पर इस्राइल की कार्रवाई के बाद दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की प्रतिक्रिया में इस्राइल पर हुए ईरानी हमले से ईरान और इस्राइल के बीच तनाव बढ़ता हीं जा रहा है.  ईरान ने शनिवार देर रात इस्राइल पर हमला करते हुए सैकड़ों ड्रोन और क्रूज और बैलेस्टिक मिसाइलें दागीं. रविवार सुबह तक ईरान ने कहा कि हमला समाप्त हो गया है. वहीं, इस्राइल ने कहा कि देश की ओर दागी गयीं 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलों में से 99 प्रतिशत को उसने और उसके सहयोगियों ने हवा में ही नष्ट कर दिया. एक हमले में बदूइन अरब शहर में 10 वर्षीय लड़की गंभीर रूप से घायल हो गई. एक अन्य मिसाइल सैन्य अड्डे पर गिरी, जिससे वहां मामूली नुकसान हुआ है.

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने वॉशिंगटन में कहा कि अमेरिकी सेना ने लगभग सभी ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराने में इस्राइल की मदद की. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका तनाव बढ़ाने की इच्छा नहीं रखता और सहयोगियों के साथ बातचीत करेगा. इस्राइल ने अमेरिका की मदद से कई वर्षों में एक बहुस्तरीय हवाई रक्षा नेटवर्क बनाया है. इसमें लंबी दूरी की मिसाइल, क्रूज़ मिसाइल, ड्रोन और कम दूरी के रॉकेट सहित विभिन्न प्रकार के हमलों को रोकने में सक्षम तंत्र शामिल हैं. इस तंत्र और अमेरिकी एवं अन्य बलों की मदद से इस्राइल अपनी रक्षा कर पाया. इस्राइल ने दावा किया कि ईरान ने 170 ड्रोन, 30 से अधिक क्रूज़ मिसाइलें और 120 से अधिक बैलेस्टिक मिसाइलें दागीं

अब इस्राइल ईरान पर जवाबी कार्रवाई की तैयारी में जुटा है. ऐसे में पहले रूस-यूक्रेन युद्ध की मार झेल रही दुनिया पर गहरे आर्थिक संकट के बादल गहराने लगे हैं. इस्राइल की सेना आईडीएफ ईरान को सबक सिखाने की तैयारी में लगी है. आशंका तो ये बी है कि  इस्राइल ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बना सकता है.

ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी ‘आईआरएनए’ ने बताया कि ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मोहम्मद हुसैन बघेरी ने कहा कि अभियान समाप्त हो गया है. उनके हवाले से कहा गया, ‘इस्राइल के खिलाफ अभियान जारी रखने का हमारा कोई इरादा नहीं है’

इधर खाड़ी के देश युद्ध के विस्तार को लेकर खासे चिंतित हैं और अमेरिका को युद्ध से दूरी बनाये रखने को लेकर लगातार बयान जारी कर रहे हैं. आशंका है कि यदि इस्राइल जवाबी कार्रवाई करता है तो युद्ध का विस्तार बड़े इलाके में हो सकता है.

इस्राइल ने ईरानी हमला करने वाले हिजबुल्लाह के सैन्य ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है. ईरानी हमले के दौरान लेबनान से हिजबुल्लाह ने भी राकेटों से हमले किये थे. इस्राइल को अपनी स्वतंत्रता की रक्षा का अधिकार है.

वहीं अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र, फ्रांस, ब्रिटेन आदि देशों ने ईरान के हमले की निंदा की है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वह जी-7 की बैठक बुलाएंगे ताकि ‘ईरान के हमले के लिए समन्वित कूटनीतिक जवाबी कार्रवाई तैयार की जा सके.’

बता दें सीरिया में एक अप्रैल को हवाई हमले में ईरानी वाणिज्य दूतावास में दो जनरल के मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने की बात कही थी. ईरान ने इस हमले के पीछे इस्राइल का हाथ होने का आरोप लगाया था. हालांकि, इस्राइल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी. दोनों देश वर्षों से एक दूसरे से छद्म युद्ध लड़ रहे हैं.

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने इस्राइल के खिलाफ ईरान के हमले की निंदा करते हुए इसे गैर जिम्मेदाराना कृत्य करार दिया. उन्होंने क्षेत्र की सुरक्षा के लिए सहयोग करने का भी संकल्प लिया. वहीं, ब्रिटेन के रक्षा विभाग ने एक बयान में कहा, ‘हमने इस क्षेत्र में रॉयल एयरफोर्स के अतिरिक्त लड़ाकू विमान और हवा में विमानों में ईंधन भरने में सक्षम टैंकर भेजे हैं. ये ऑपरेशन शेडर को मजबूती देंगे, जो इराक और सीरिया में ब्रिटेन का आईएसआईएस रोधी मौजूदा अभियान है.

इस बीच, भारतीय दूतावास ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट में कहा था कि क्षेत्र में हाल की घटनाओं के मद्देनजर इस्राइल में सभी भारतीय नागरिकों को शांत रहने और स्थानीय प्राधिकारियों की ओर से जारी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी जाती है। दूतावास स्थिति पर करीबी नजर रख रहा है और वह हमारे सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस्राइली अधिकारियों और भारतीय समुदाय के सदस्यों के संपर्क में है। दूतावास ने भारतीय नागरिकों से पहले से उपलब्ध एक लिंक के जरिए दूतावास के साथ पंजीकरण कराने को भी कहा है। दूतावास ने 24 घंटे काम करने वाले फोन नंबर +972-547520711, +972-543278392 व ईमेल [email protected] जारी किए हैं। भारतीय नागरिक आपात स्थिति में इन फोन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।


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