N4N desk: अटल जी एक शख्स या नेता नहीं थे वो एक विचारधारा थे और विचारधारा की कोई सीमा नहीं होती कोई सरहद नहीं होती। और वाजपेयी जी की भी कोई सरहद नहीं थी तभी तो पक्ष हो या विपक्ष भारत हो या पाकिस्तान अटल जी की लोकप्रियता की कोई सीमा नहीं है. पड़ोसी देश पाकिस्तान की तरफ से वहां के कार्यवाहक कानून और सूचना मंत्री बैरिस्टर सैयद अली जफर शिरकत करेंगे.
पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री ने जफर को अटल जी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पाक का प्रतिनिधित्व करने के लिए नियुक्त किया है. उधर, नेपाल की तरफ से विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली अटल जी को श्रद्धांजलि देने के लिए भारत आए हैं. वह नेपाल की तरफ से वाजपेयी के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा, “हमें अटल बिहारी वाजपेयी के निधन का दुखद समाचार मिला” प्रवक्ता ने कहा, “वाजपेयी एक प्रख्यात राजनेता थे, जिन्होंने भारत-पाक संबंधों में परिवर्तन लाने की दिशा में काम किया. वह विकास के लिए दक्षेस और क्षेत्रीय सहयोग के प्रमुख समर्थक थे.”
इमरान खान ने भी पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के निधन पर शोक जाहिर करते हुए कहा कि भारत-पाकिस्तान शांति की दिशा में उनके प्रयासों को हमेशा याद किया जाएगा. खान ने एक बयान में कहा कि वाजपेयी उप महाद्वीप के प्रमुख राजनीतिक शख्सियत थे और उनके निधन से एक बड़ा शून्य पैदा हो गया है.