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सांसद प्रिंस राज के साथ राष्ट्रपति से मिले केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस, सारण जहरीली शराब कांड और गिरती कानून व्यवस्था को लेकर की कार्रवाई की मांग

सांसद प्रिंस राज के साथ राष्ट्रपति से मिले केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस, सारण जहरीली शराब कांड और गिरती कानून व्यवस्था को लेकर की कार्रवाई की मांग

NEW DELHI : केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस और सांसद प्रिंस राज ने आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा। जिसमें सारण जहरीली शराब कांड एवं बिहार में गिरती विधि-व्यवस्था का जिक्र किया गया। कहा गया है की राज्य में शराबबंदी कानून अप्रैल 2016 से लागू है जोकि पूर्ण रूप से विफल है। आये दिन जहरीली शराब पीने से लगातार निर्दोष लोगों की मौतें हो रही हैं। उदाहरणस्वरूप गोपालगंज के बबूवानी, सारण के क्रमशः मकेर, परसा, अमनौर तथा वैशाली सहित दर्जनों स्थल एवं अभी हाल-फिलहाल में सारण जिला के ही मशरख, इसापुर, मढौरा एवं सिवान के मलमलिया तथा भगवानपुर इत्यादि स्थानों पर लोगों की मौत हुई है। वहीँ आये दिन लगातार बिहार के स्वर्ण व्यवसायी से लूट तथा बैंक लूट के साथ विभिन्न थाना में सैकड़ों लोगों की हत्या हो रही है। दलित उत्पीड़न एवं दलितों की हत्या की भी संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। 28 नवंबर के मध्यरात्रि में अरवल जिला के परासी थाना के चकिया गांव में रामजीत पासवान को शराब के मुकदमा में गलत ढंग से फसाकर जेल में बंद करा दिया गया तथा वहां के दबंगों के द्वारा रामजीत पासवान के परिजनों से बलात्कार के प्रयास के असफल होने पर उनकी पत्नी सुमन देवी तथा पुत्री  श्रद्धा कुमारी को घर में जलाकर हत्या कर दी गई। वहीं बेगूसराय जिला के सहायक थाना छौराही अंतर्गत पूरपथार गांव में रंजू देवी पासवान को शराब माफिया द्वारा बलात्कार कर हत्या कर दी गई।

इस मामले को लेकर राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने शराबबंदी कानून के पश्चात राज्य में शराब का अवैध कारोबार की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। साथ ही कहा गया है की राज्य सरकार शराबबंदी कानून को पूर्ण रूप से लागू करें, यदि पूर्ण रूप से लागू करने में अक्षम है तो पूर्ववत् स्थिति में रखा जाये यानि शराबबंदी कानून को अविलंब वापस लिया जाये। वहीँ 1 अप्रैल, 2016 के शराबबंदी कानून के बाद जहरीली शराब से हुई मृत्यु के परिजनों को दस-दस लाख रूपए की राशि का मुआवजा एवं आश्रितों को सरकारी नौकरी देने की मांग की गयी है। जबकि ताड़ी को कृषि उत्पाद का दर्जा देते हुए ताड़ी उत्पादन व्यवसाय परिवहन इत्यादि को शराबबंदी कानून से अविलंब मुक्त करने को कहा गया है।

वहीँ कहा गया है की बिहार में विगत कुछ दिनों से लगातार दलित उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ रही है। अरवल जिला के परासी 'थानांतर्गत चकिया गांव के रामजीत पासवान के यहां उनकी पत्नी के साथ बलात्कार में असफल होने पर पर में आग लगाकर सुमन देवी एवं उनकी मासूम बेटी श्रद्धा कुमारी को जलाकर मार दिया गया। वहीं शराब माफियाओं के द्वारा बेगूसराय के सहायक थाना अंतर्गत छौराही के पूरपचार गांव के रंजू देवी पासवान के साथ बलात्कार कर उनकी हत्या कर दी गई है, इन सभी घटनाओं का न्यायिक जांच कराई जाये।

यह भी कहा गया है की बिहार में पशुपालन घोटाले से बड़ा घोटाला बालू घोटाला हुआ है, जिसका उल्लेख नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने 2020-21 की रिपोर्ट में 486 करोड़ का घोटाला का स्पष्ट किया है, यानि अन्य वित्तीय वर्ष में भी उसका घोटाला हुआ है जिसकी सी बी आई. जाच करायी जाये। उपयुक्त उल्लेखित सारे बिंदुओं को हमारी पार्टी ने राज्यपाल से मिलकर दिनांक 17-12-2022 को जानकारी दी थी एवं उनको ज्ञापन भी दिया था।

यह भी कहा गया है की 3 जनवरी को लोक जनशक्ति पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने गृहमंत्री से मिलकर जहरीली शराब नरसंहार कांड एवं राज्य की गिरती विधि-व्यवस्था के संबंध में ज्ञापन सौंपा है। जिससे इन सारी बातों का विशेषकर बिहार में गिरती कानून-व्यवस्था की स्थिति से उनको अवगत कराया जा सके। इन मामलों को लेकर राष्ट्रपति से कार्रवाई की मांग की गयी है। 

नई दिल्ली से धीरज कुमार की रिपोर्ट 

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