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बिहार में क्यों दनादन वंदे भारत की सुविधा दे रही भारतीय रेलवे, वजह जानकर आप भी चौंक जाएंगे, हो रहा भारी मुनाफा

बिहार में क्यों दनादन वंदे भारत की सुविधा दे रही भारतीय रेलवे, वजह जानकर आप भी चौंक जाएंगे, हो रहा भारी मुनाफा

PATNA : बिहार की गिनती देश के सबसे गरीब राज्यों के रूप में की जाती है। लेकिन यहां के ट्रेनों के नजरिए से देखें तो यहां से बड़ी संख्या में ट्रेनों का परिचालन होता है। अब इसमें देश की सबसे लग्जरी ट्रेनों में शामिल वंदे भारत ट्रेन भी शामिल है। जिसमें सफर करने के लिए लोग महंगा किराया होने के बाद भी अपनी जेब ढीली करने से परहेज नहीं कर रहे हैं। आरामदयक सफर और यात्रा में लगनेवाले कम समय लोगों को पसंद आ रही है। यही कारण है कि बिहार में लगातार वंदे भारत ट्रेन की संख्या बढ़ रही है। फिलहाल, बिहार के अलग अलग स्टेशनों से नौ वंदे भारत ट्रेन का परिचालन हो रहा है। आनेवाले समय में इनकी संख्या और बढ़ेगी।

वंदे भारत ट्रेन को लेकर लोगों की राय है कि इसकी ज्यादातर सीटें खाली रहती है। देश के दूसरे राज्यों में जहां यह ट्रेन चलती है, वहां ट्रेन में यात्री नहीं मिलते हैं। जबकि बिहार के साथ ऐसा नहीं है। बिहार से चलनेवाली सभी वंदे भारत रेलवे के लिए बहुत फायदेमंद रहा है। यहां से चलनेवाली वंदे भारत में 80 फीसदी सीटें रिजर्व हो रही है। 

एक साल में बिहार को नौ वंदे भारत

बिहार में पिछले साल 27 जून को बिहार में पहली वंदे भारत ट्रेन पटना से रांची के बीच चली थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी। इसके बाद 28 जून से इस ट्रेन का कमर्शियल परिचालन शुरू हो गया था। बिहार झारखंड के लिए यह पूरी तरह से नया था, इसलिए 28 जून 2023 से ही सीट फुल रही। पटना-रांची के बीच चलने वाली वंदे भारत की डिमांड को देखते हुए रेलवे ने इसकी संख्या बढ़ाने की प्लानिंग की।

पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र के मुताबिक, पहले से जितनी भी वंदे भारत चल रही है, उनकी सीटें 80% तक फुल रहती है। जिन 4 नए रूटों पर इसका संचालन शुरू किया गया है, उनकी सीटें भी 30 दिन बाद से 80% तक फुल हो जाएगी। नए रूट पर शुरुआत में सीट की बुकिंग थोड़ी कम रहती है। 

बिहार में वंदे भारत को पसंद किए जाने को लेकर पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ सरस्वती चंद्र इसकी वजह मॉडर्न टेक्नोलॉजी बताते हैं। उन्होंने बताया कि वंदे भारत को आधुनिक तकनीक के साथ हाई स्पीड के लिए डिजाइन किया गया है। वंदे भारत की सीटों की डिजाइन आरामदायक है, जिससे यात्रा के दौरान थकान महसूस नहीं होती है। हाईटेक सिक्योरिटी सिस्टम के साथ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है। जो बिहार के यात्रियों को पसंद आ रहा है। यही कारण है कि बिहार में वंदे भारत की संख्या बढ़ाई जा रही है।

फिलहाल बिहार में पटना-हावड़ा, पटना रांची, पटना-न्यूजलपाईगुड़ी, पटना-लखनऊ, पटना-टाटानगर, गया-हावड़ा, भागलपुर-हावड़ा के साथ बिहार के होकर चलनेवाली देवघर-वाराणसी, रांची-वाराणसी वंदे भारत का परिचालन हो रहा है।


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