DESK: इस कोरोना काल में एक तरफ जहां कई डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी जानबूझकर खुद को कोरोना संक्रमित बताकर छुट्टी पर चले जा रहे हैं, तो वही कई लोग ऐसे भी हैं जो साल भर से बिना छुट्टी लिए कोरोना संक्रमितों की सेवा में खुद को लगा चुके हैं. इन सबके अलावा यदि आपको देश में कोई मंत्री या विधायक यह विधान परिषद इस कोरोना काल में अस्पताल में काम करता दिखे, तो आप क्या करेंगे? आप अपनी आंखों पर विश्वास करेंगे? मिजोरम के अस्पताल में ऐसा ही कुछ हुआ है.
यह सोशल मीडिया की ताकत है जिस ने मिजोरम के मंत्री को पूरे देश में वाहवाही दिला दी. सोशल मीडिया पर मिजोरम के विद्युत मंत्री एक तस्वीर वायरल हो रही है. यह कोई ऐसी वैसी तस्वीर नहीं है. इसमें मंत्री खुद अस्पताल की सफाई करते नजर आ रहे हैं. उनके हाथ में बड़ा सा मॉप है और वह वार्ड में पोछा लगाते दिख रहे हैं. दरअसल इस तस्वीर के पीछे की है कहानी है कि यह मंत्री कोविड संक्रमित हैं और अस्पताल में भर्ती हैं. इनका नाम आर लालजिर्लियाना है. फोटो में हम साफ देख सकते हैं कि कैसे मंत्री ने वीआईपी कल्चर का त्याग कर खुद को जन सेवा में समर्पित कर दिया है. 71 साल के लालजिर्लियाना मिजोरम सरकार में विद्युत मंत्री हैं. जिस अस्पताल में फिलहाल वह इलाजरत हैं, उसका नाम जोराम मेडिकल कॉलेज बताया जा रहा है. मंत्री अभी भी बीमारी के कारण अस्पताल में रहकर अपना इलाज करा रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस फोटो के वायरल होने के बाद मंत्री ने कहा कि उनका मकसद अस्पताल स्टाफ के शर्मिंदा करना नहीं था. लालजिर्लियाना ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उन्होंने सफाईकर्मी को वॉर्ड की सफाई के लिए बुलाया था. अब जब कर्मी ने उनकी बात पर प्रतिक्रिया नहीं दी, तो उन्होंने खुद ही फर्श साफ करने का फैसला किया.उनके इस प्रयास की सोशल मीडिया पर खूब सराहना की जा रही है. उनकी इस फोटो को लोग खूब शेयर कर रहे हैं.