GOPALAGANJ : जिले के सदर अस्पताल के प्रसूति वार्ड में उस वक्त गहमा गहमी की स्थिति उत्पन्न हो गई जब महिला मरीज के परिजनो से स्वास्थ्य कर्मियों ने पैसे की डिमांड कर डाली जिसके बाद परिजन अक्रोशित हो गए। इस दौरान मौके पर लोगो की भीड़ जुट गई। वहीं महिला मरीज से स्वास्थ्य कर्मी द्वारा पैसा वसूल करते हुए का एक वीडियो किसी ने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वायरल हो रही वीडियो के बाद आरोपी स्वास्थ्य कर्मी ने पैसे लेने की बात कबूल की। हालांकि इसके बाद भी सिविल सर्जन खुद को इससे अंजान बताने में लगे रहे।
दरअसल, सिधवलिया प्रखंड के झझवा गांव निवासी प्रदीप महतो की पत्नी कविता देवी को प्रसव पीड़ा हुआ। जिसके बाद महिला को उसके परिजन सदर अस्पताल लेकर पहुंचे जहां महिला का प्रसव हुआ। इसी बीच प्रसूति वार्ड में काम कर रही एक महिला स्वास्थ्य कर्मी ने मरीज के परिजन से एचआईवी जांच के लिए डेढ़ सौ रुपए की मांग की ई। जब उससे इस संदर्भ में बात की गई तो उसने कबूल करते हुए बताया कि एचआईवी जांच के लिए पैसा लिया गया है। साथ ही उसने बताया कि मुझे जानकारी है कि इसका पैसा नही लगता है। बता दें कि जबकि इसकी जांच सदर अस्पताल में निः शुल्क किया जाता है। बावजूद मरीजों के मजबूरी का फायदा उठाकर मरीजों का दोहन किया जाता है।
नर्स ने फेंक दिए पैसे
वहीं एक अन्य महिला मालती देवी ने बताया कि मैं अपने मरीज को लेकर जब प्रसव कराने सदर अस्पताल के प्रसूति वार्ड में पहुंचे तब यहां हमलोग ने दो हजार रुपए की डिमांड की गई। लेकिन मेरे पास पैसा नहीं रहने के कारण कम पैसा दे रही थी लेकिन नर्स लोगों द्वारा पैसा फेंक दिया गया और पूरा पैसा की मांग की जा रही है। नहीं देने पर मरीज का देखभाल नहीं कर रही है। इसके बावजूद भी पहले बारह सौ रुपए दिए, इसके बाद तीन सौ फिर इंजेक्शन देने के लिए सौ रुपया दिया गया। जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया था कि हम लोग मेहनत किए है इसलिए पैसा ले रहे है। जबकि सरकारी में कोई पैसा नहीं लगता है। अगर पैसा ही देना होता तो प्राइवेट में ही नहीं चले जाते।
वही इस संदर्भ में सिविल सर्जन डॉ बिरेंद्र प्रसाद ने बताया कि इस मामले में मुझे कुछ जानकारी नहीं है नाही किसी तरह को कोई आवेदन प्राप्त हुआ है। आवेदन मिलने के बाद जांच कर कार्यवाई की जायेगी।
REPORT - MANAN AHMAD