GAYA : भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा निरंजना और मुहाने नदी की मिटी और बालू को सैंपल के रूप में लिया गया है। निरंजना नदी में सालों पर पानी बहे इसके लिए निरंजना रिचार्ज के तहत तैयारी जोरों पर की जा रही है।
इसके लिए निरंजन रिचार्ज मिशन के द्वारा किए गए अथक प्रयास का परिणाम है कि पिछले दो दिनों से भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के द्वारा आईआईटी कानपुर से भेजे गए टीम के द्वारा उद्गम स्थल से संगम स्थल( निरंजन एवं मुहाने) तक का सर्वे कर सभी जगह से बालू, मिट्टी के सैंपल इकट्ठा कर इसकी स्टडी करेंगे कि सालो भर यह नदी कैसे रिचार्ज रहे।
आईआईटी कानपुर के डॉक्टर प्रोफेसर विनोद तारे जो कि सी गंगा आईआईटी कानपुर के फाउंडर है और उनकी टीम जिसमें डॉक्टर अरुण कुमार एवं डॉ राहुल रामाचंद्रन आईआईटी कानपुर से निरंजना नदी की सर्वे के लिए आए हुए हैं। इन्होंने नदी का सर्वे किया। तदोपरांत निरंजन रिचार्ज मिशन के संयोजक संजय सजन एवं निर्मल निरंजना ट्रस्ट के सुरेश सिंह नेपाल से सोनम के द्वारा इन्हें स्मृति चिन्ह एवं खादा देखकर सम्मानित किया गया।
प्रोफेसर विनोद तारे ने बताया कि इसमें स्थानीय नदी के किनारे बसे हुए ग्रामीण का योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण होगा और अभी इसके सर्वेक्षण का कार्य लंबा चलेगा। नदी सालों भर रिचार्ज कैसे रहे। इसमें जल का प्रवाह निरंतर बना रहे। इसके लिए हम लोग पूरा प्रयास करेंगे।
गया से संतोष की रिपोर्ट