बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

कौन था पटना में मारा गया छोटे सरकार ... MLA की बेटी को बनाया था निशाना, जानिए खूंखार की क्राइम हिस्ट्री

कौन था पटना में मारा गया छोटे सरकार ... MLA की बेटी को बनाया था निशाना, जानिए खूंखार की क्राइम हिस्ट्री

पटना. पुलिस के सख्त सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए दिन दहाड़े पटना में कोर्ट परिसर में छोटे सरकार को गोलियों से भून दिया गया. शुक्रवार दोपहर पटना के दानापुर कोर्ट में हुई इस घटना ने सबके होश उड़ा दिए. साथ ही सभी के जेहन में बड़ा सवाल उठा कि कौन है छोटे सरकार जिसे गोलियों से भूना गया है. हालांकि पुलिस ने इस मामले में दो हमलावरों को गिरफ्तार भी किया है और उनसे दो पिस्टल और खोखे बरामद हुए हैं. बिहार के लोगों के लिए छोटे सरकार का नाम कोई नया नहीं है. जरायम की दुनिया छोटे सरकार के नाम से खौफ खाती है. छोटे सरकार वही शख्स है जिस पर पूर्व विधायक के भाइयों की हत्या का आरोप है. यही वह छोटे सरकार है जिसने पूर्व एमएलए की बेटी पर गोलियां चलाई थी. एक दो नहीं करीब डेढ़ दर्जन अपराध की घटनाओं में शामिल रहा छोटे सरकार बिहार के कई जिलों में अपराध का दूसरा नाम था. 

कौन था छोटे सरकार : 'छोटे सरकार' को बेउर जेल से दानापुर लाया गया था। वह बिहटा थाने के सिकंदरपुर निवासी राजन सिंह का पुत्र है. माँ बाप ने उसका नाम अभिषेक रखा था लेकिन अपराध की दुनिया में उसका नाम छोटे सरकार पड़ा क्योंकि वह कई हत्याकांड का आरोपित था. बिहटा के सिकंदरपुर निवासी रजन सिंह का पुत्र छोटे सरकार उर्फ अभिषेक कुमार तीन भाइयों में सबसे छोटा था। बिहटा थाना में आधा दर्जन मारपीट, छीना-झपटी के मामले दर्ज हैं। नौबतपुर, मसौढ़ी एवं जहानाबाद थाना में हत्याकांड का आरोपी था। 

छोटे सरकार अपराध की दुनिया में पटना के सबसे खूंखार सुपारी किलर में एक था. 31 मई 2022 को पटना के पत्रकारनगर थानाक्षेत्र में काली मंदिर रोड पर अरवल के पूर्व विधायक चितरंजन सिंह के दो सगे भाइ शम्भू सिंह व गौतम सिंह की हथियारबन्द अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके पहले 26 अप्रैल 2022 को पूर्व विधायक चितरंजन सिंह के सगे चाचा अभिराम शर्मा को उनके आवास में घुसकर मार डाला गया. वहीं उनके भतीजे दिनेश शर्मा की भी हत्या दुकान में घुसकर कर दी थी। जहानाबाद और मसौढ़ी में एक ही दिन वह भी मात्र आधे घंटे के अन्तराल में दोनों हत्या कर दी थी। पुलिस ने पूर्व विधायक चितरंजन सिंह के परिजनों की हत्या के मामले में जब पड़ताल की तो इसमें छोटे सरकार का नाम आया. आरोप लगा कि इसी ने सुपारी लेकर हत्याएं की. 

लेकिन छोटे सरकार की क्राइम हिस्ट्री केवल यहीं तक सीमित नहीं है. यही वह छोटे सरकार था जिसने मढौरा के पूर्व विधायक सुरेंद्र शर्मा की बेटी पर गोलियां चलाई थी. जुलाई 2022 में हुए इस मामले में पुलिस ने जो खुलासे किए थे वह चौकाने वाले थे. अपनी बेटी के दूसरी जाति के लड़के से विवाह कर लेने से नाराज पूर्व विधायक सुरेंद्र शर्मा ने बेटी की हत्या की साजिश रची. इसके लिए छोटे सरकार को  20 लाख रुपये की सुपारी दी गई. एक-दो जुलाई की दरम्यानी रात को उनकी बेटी की हत्या का प्रयास किया गया था। पटना के श्री कृष्णा पुरी थाना क्षेत्र विधायक की बेटी पर गोली चलाई गई, हालांकि निशाना सही नहीं बैठने से वह बच गईं. पुलिस ने इसी मामले अभिषेक उर्फ छोटे सरकार को उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया था. 

वहीं छोटे सरकार के अपराध की बात करें तो क्राइम की दुनिया में मशहूर है कि छोटे सरकार जिसे भी गोली मारता था उसके कनपटी पर निशाना लगाता था. यानी जिसे छोटे सरकार ने ठोका उसके बचने की कोई संभावना ही नहीं रहती. छोटे सरकार पर एक दो नहीं बल्कि दर्जनों आपराधिक घटनाओं में संलिप्तता के आरोप रहे. कुछ खास मामलों की बात करें तो बहुचर्चित अभिषेक सिंह हत्याकाण्ड, आभवक सिह हत्याकाण्ड नौबतपुर, नारायणजी हत्याकाण्ड, बिक्रम पाण्डेय हत्याकाण्ड बिहटा, उज्जवल गोली काण्ड विक्रम को छोटे सरकार ने ही अंजाम दिया था. इतना ही नहीं छोटे सरकार अपने भाई राहुल के साथ मिलकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता और खौफ का दूसरा नाम बन गया था. अब उसी छोटे सरकार को दानापुर में गोलियों से भून दिया गया. 



Suggested News