इतिहास के पन्नों से---अतित के पन्नों में दर्ज एक रानी की कहानी जिसने अपनी प्रतिष्ठा को दांव पर रख कर घोड़े पर निर्वस्त्र सैर पर निकली.आज हम आपको एक ऐसी सुंदर रानी की कहानी बताने जा रहे हैं , जिसको इतिहास में जनता पर लगे टैक्स को माफ कराने वाली रानी के रुप में जाना जाता है.ब्रिटेन की राजकुमारी लेडी गोडिवा के बारे में ऐसी कहानी कही जाती है कि जिसने करीब नौ सौ साल पहले अपने पति मर्सिया के अर्ल लिओफ्रिक से जनता पर से भारी भरकम टैक्स भूमि हटाने को कहा.
लेडी गोडिवा ने कोवेंट्री के लोगों पर दया की जो उसके पति के दमनकारी कराधान के तहत गंभीर रूप से पीड़ित थे. लेडी गोडिवा ने अपने पति से बार-बार अपील की, लेकिन उनके पति ने करों को कम करने से इनकार कर दिया. अंत में, रानी गोडिवा की विनती से थक हार कर उसने कहा कि वह उसके अनुरोध को तभी स्वीकार करेगा यदि वह नग्न होकर शहर की सड़कों पर घोड़े पर सवार होकर सवारी करेगी.
लेडी गोडिवा ने उनसे वचन लिया, और एक घोषणा जारी कर दी कि जब वे घोड़े की सवारी कर रही हो तो सभी अपने घर के अंदर खीड़की, दरवाज़े बंद कर के रहे और बाहर न निकलें.
रानी लेडी गोडिवा ने प्रजा को कराधान से मुक्ति दिलाने के लिए नग्न होकर लंदन की शहर की सड़कों पर घोड़े पर सवार होकर निकली.
इतिहासकार वॉर्सेस्टर के फ्लोरेंस ने लेओफ्रिक और गोडिवा का सम्मानपूर्वक उल्लेख किया है. हैवेंडोवर के रोजर ने बताया है कि रानी लेडी गोडिवा के पति ने, उसकी लगातार मिन्नतों से कि वह कोवेन्ट्री के भारी करों को कम कर दे, क्षुब्ध होकर घोषणा की कि यदि वह भीड़ भरे बाजार में नग्न होकर घूमेगी तो वह ऐसा करेगा. उसने वैसा ही किया, उसके बाल उसके पैरों को छोड़कर उसके पूरे शरीर को ढँक रहे थे. इतिहासकार रानल्फ़ हिग्डेन ने लिखा है कि इसके परिणामस्वरूप लिओफ़्रिक ने शहर को घोड़ों को छोड़कर सभी टोलों से मुक्त कर दिया.
इतिहास में दावा किया गया है कि गोडिवा को अपनी सवारी के लिए निर्धारित समय पर शहरवासियों को घर के अंदर रहने की हिदायत थी. आदेश के बाद भी शहर में सिर्फ एक व्यक्ति, थॉमस नाम के एक दर्जी ने उसकी घोषणा की अवज्ञा की और उसकी सवारी को देखा उसके बाद सजा के रूप में उसकी आँखें फोड़ दी गई. उसे तब से "पीपिंग टॉम" के नाम से जाना जाने लगा.