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मोतिहारी में 'अजूबा आंगनबाड़ी केंद्र' : सेविका-बच्चों की जगह भैंस कर रही पागुरी, जांच में हुआ खुलासा

मोतिहारी में 'अजूबा आंगनबाड़ी केंद्र' : सेविका-बच्चों की जगह भैंस कर रही पागुरी, जांच में हुआ खुलासा

मोतिहारी. एक अजूबा आंगनबाड़ी केंद्र का खुलासा हुआ है। इस केंद्र पर सेविका सहायिका व नौनिहाल की जगह भैंस THR वितरण करते मिली। आंगनबाड़ी केंद्र पर टेक होम राशन के दिन भी सेविका सहायिका अनुपस्थित थी। गर्भवती प्रसूति व कुपोषित अतिकुपोषित लाभुकों को ICDS विभाग द्वारा दी जाने वाली टेक होम राशन वितरण की जगह पर भैंस पागुरी कर रही थी। डीएम के निर्देश पर आंगनबाड़ी केंद्र पर लाभार्थियों के लिए हो रहे THR वितरण के जांच के लिए PGRO व बीडीओ को निर्देश दिया गया था।

मोतिहारी डीएम शीर्षत कपिल अशोक के निर्देश पर जांच अधिकारी चटिया बड़हरवा पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 112 पर पहुचे थे। आंगनबाड़ी केंद्र पर सेविका सहायिका अनुपस्थित पायी गयी। आंगनबाड़ी केंद्र पर एक भी लाभार्थी नहीं मिले। केंद्र में भैंस बंधा देखकर दोनों पदाधिकारी भौंचक रह गये। वहीं एक केंद्र पर सेविका पति सोए मिले। उस केंद्र पर भी THR नहीं बंटा जा रहा था। सेविका अनुपस्थित पायी गयी। वहीं पीपरा पंचायत के आधा दर्जन केंद्र पर नियमानुसार THR वितरण करते सेविका सहायिका पायी गयी।

आईसीडीएस विभाग के निर्देश पर शनिवर को मोतिहारी जिलाभर के सभी प्रखंड परियोजना कार्यालय के आंगनबाड़ी केंद्र पर प्रशुति गर्भवती, कुपोषित अति कुपोषित सहित नौनिहालों के बीच टेक होम राशन वितरण किया जाना था। टेक होम राशन वितरण की जांच के लिए डीएम के निर्देश पर सभी प्रखंडों में पदाधिकारी की तैनाती की गई थी। अरेराज बाल विकास परियोजना के THR वितरण की जांच के लिए PGRO और BDO को निर्देश दिया गया था। PGRO लखिन्द्र पासवान व BDO अमित कुमार पण्डेय द्वारा पीपरा व चटिया बड़हरवा पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में आंगनबाड़ी केंद्र का हाल देखकर जांच अधिकारी भौंचक रह गये। केंद्र पर सेविका-सहायिका की जगह भैस पागुरी करते हुए पायी गयी। ग्रामीणों ने बताया कि बच्चों, गर्भवती, प्रसूति के नाम पर मिलने वाला पौष्टिक आहार किसी को नहीं मिलता। सभी पोषाहार व टेक होम राशन सेविका व उसकी भैंस खा जाती है।

जांच द्वय पदाधिकारी ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 112,22,168,21,20 व 156 पर THR वितरण का जांच किया गया। जांच में केंद्र संख्या 112 पर भैस बंधा हुआ मिला। THR का वितरण नहीं किया जा रहा था। वहीं एक केंद्र पर सेविका पति सोए हुए मिले। उस केंद्र पर भी THR का वितरण नहीं किया जा रहा था। बाकी सभी केंद्रों पर नियमानुसार टेक होम राशन का वितरण किया जा रहा था। भैंस बांधने वाले सेविका के विरुद्ध कार्रवाई के लिए जिला को प्रतिवेदन भेजा जा रहा  था। वहीं सभी सेक्टर की महिला पर्यवेक्षिका ने बताया कि निरीक्षण में सभी केंद्र पर टेक होम का राशन वितरण किया जा रहा था।

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