Bihar flood news :बिहार में गंगा नदी का जलस्तर कम होना शुरू हो गया है. गंगा में पिछले एक सप्ताह बाद सोमवार को जलस्तर में पहली बार कमी आई लेकिन अभी भी गंगा खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. वहीं उफनती गंगा का कहर बक्सर से भागलपुर तक हर जगह देखा जा रहा है. नतीजा है कि लाखों लोगों को घर-बार छोड़कर सड़क किनारे आशियाना बनाकर रहने को मजबूर होना पड़ा है. वहीं अब तक बाढ़ जनित हादसे में कम से कम 10 लोगों कि मौत हो चुकी है. बाढ़ से बर्बादी का तांडव हर ओर देखा जा सकता है.
गंगा नदी का जलस्तर सोमवार को पटना में मामूली स्तर पर कम हुआ है. जल संसाधन विभाग बिहार के अनुसार सोमवार सुबह 8 बजे गंगा नदी का जलस्तर पटना में सभी प्रमुख जगहों पर खतरे के निशान के पार है. लेकिन नदी के जलस्तर में कमी आनी शुरू हो गई है. पटना के दीघाघाट में गंगा का जलस्तर 50.91 मीटर रिकॉर्ड किया गया जो रविवार को 51.39 मीटर था. यहां खतरे का लेवल 50.45 मीटर है. वहीं गांधीघाट में खतरे का लेवल 48.60 मीटर है और यहां नदी का जलस्तर 49.60 मीटर रिकॉर्ड किया गया जो रविवार के 49.97 मीटर से कम है. वहीं पटना के पूर्वी छोर हथिदह में गंगा नदी के खतरे का जलस्तर 41.76 मीटर है जबकि सोमवार को नदी का लेवल 43.24 मीटर रिकॉर्ड किया गया. हथिदह में रविवार को नदी का जलस्तर 43.41 मीटर था.
बाढ़ के पानी में भागलपुर में 4, लखीसराय और बेगुसराय में 1-1 की मौत गंगा के पानी में डूबने से हो गई. वहीं खगड़िया में भी गंगा नदी की उफनती धारा में एक बच्चा डूब गया. बाढ़ से बड़े स्तर पर लोगों को अपना घर भी छोड़ना पड़ा है. दियारा ओर निचले इलाके के लाखों लोगों को नदी कि बाढ़ के कारण पलायन करने को मजबूर होना पड़ा है.
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार अगले 48 घंटों के दौरान गंगा नदी के जलस्तर में और ज्यादा कमी आने की संभावना है. साथ ही जो लोग बढ़ प्रभावित हैं उन्हें राहत एवं बचाव अभियान के तहत राशन और खाने कि व्यवस्था की गई है. अलग अलग जिलों में इसे लेकर जिलाधिकारी कि निगरानी में चलाया जा रहा है.