IND VS ENG: लॉर्ड्स टेस्ट में भारत की हार के 5 बड़े कारण! जानें ऐसी क्या हुई गलती, जिसकी वजह से जीती हुई बाजी हारी इंडिया

IND VS ENG: जानिए लॉर्ड्स टेस्ट में भारत की हार के 5 बड़े कारण, जिसमें शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की विफलता से लेकर कप्तानी रणनीति शामिल है

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लॉर्ड्स टेस्ट में भारत की हार- फोटो : social media

IND VS ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने भारत को 22 रनों से हराकर सीरीज में वापसी की। यह मैच पांचवें दिन तक गया, लेकिन भारत की हार चौथे दिन ही लगभग तय हो चुकी थी। भारत की दूसरी पारी में 71 से 170 तक पहुंचाने का श्रेय रवींद्र जडेजा को जाता है, जिन्होंने निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ साझेदारी की। इस मैच ने एक बार फिर भारतीय टीम की कमज़ोरियों को उजागर किया।

जायसवाल का नहीं चल पाया बल्ला

यशस्वी जायसवाल, जो हाल ही में भारत के लिए कई शानदार पारियां खेल चुके हैं, लॉर्ड्स टेस्ट में पूरी तरह फ्लॉप रहे।पहली पारी में केवल 13 रन बनाकर जोफ्रा आर्चर का शिकार बने।दूसरी पारी में बिना खाता खोले आउट हो गए।दोनों पारियों में जायसवाल का जल्दी आउट होना भारत के लिए बड़ा झटका साबित हुआ। इससे टीम पर तुरंत दबाव बढ़ गया, और बाकी बल्लेबाजों पर अतिरिक्त जिम्मेदारी आ गई। विशेषकर लॉर्ड्स जैसे ऐतिहासिक मैदान पर, ओपनिंग बल्लेबाज का लंबा टिकना जरूरी होता है, जो इस बार नहीं हो पाया।

नंबर 3 पर करुण नायर की विफलता

करुण नायर को टीम में नंबर 3 पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया, लेकिन वह उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके।पहली पारी में 62 गेंदों पर 40 रन बनाए, लेकिन सेट होने के बावजूद बड़ी पारी नहीं खेल सके।दूसरी पारी में जब टीम को जरूरत थी, तब केवल 14 रन बनाकर आउट हो गए।यह लगातार तीसरा टेस्ट मैच था जिसमें करुण अर्धशतक भी नहीं लगा पाए। नंबर 3 जैसे महत्वपूर्ण स्थान पर ऐसे प्रदर्शन से भारत के स्कोरबोर्ड पर प्रभाव साफ देखा गया।

भारत के ऊपरी क्रम की विफलता

भारत की हार में सबसे बड़ी भूमिका उसके शीर्ष क्रम की विफलता रही।केएल राहुल को छोड़ दें, तो बाकी सभी बल्लेबाज असफल रहे।शुभमन गिल, जिन्होंने पिछले दोनों टेस्ट में बढ़िया बल्लेबाजी की थी, इस बार सिर्फ 16 और 6 रन बना पाए।कप्तानी दबाव में शुभमन गिल का केवल एग्रेशन नजर आया, रन नहीं।इंग्लैंड की गेंदबाजी के सामने भारतीय बल्लेबाजों ने रणनीति में लचीलापन नहीं दिखाया, जो कि टेस्ट क्रिकेट में आवश्यक होता है।

चौथे दिन ही भारत की हार तय: रणनीतिक चूक

हालांकि मैच पांचवें दिन तक चला, लेकिन भारत की हार की पटकथा चौथे दिन ही लिख दी गई थी।दूसरी पारी में जब टीम बल्लेबाजी करने उतरी, तब चार विकेट केवल 58 रन पर गिर चुके थे।टॉप ऑर्डर के विकेट जल्दी गिरने के कारण निचले क्रम पर पूरा दबाव आ गया।यह स्थिति दर्शाती है कि भारत ने अपने खेल में सतर्कता नहीं बरती और विपक्षी टीम को मौके दिए।

लंच से पहले भारत की पुरानी कमजोरी

यह गलती तीनों टेस्ट मैचों में भारत से दोहराई गई पहले टेस्ट में लंच से पहले केएल राहुल और साई सुदर्शन आउट हुए।एजबेस्टन टेस्ट में करुण नायर और जडेजा लंच से पहले आउट हुए।लॉर्ड्स टेस्ट में ऋषभ पंत और नीतीश रेड्डी ने लंच से पहले अपनी विकेट खोई। यह दर्शाता है कि भारत का शीर्ष क्रम लंच ब्रेक से पहले मानसिक रूप से तैयार नहीं रहता, जो कि एक बड़ी रणनीतिक कमजोरी है।