UP NEWS: इस बार ईद पर नहीं मिलेगी छुट्टी, यूपी के इन कर्मचारियों को आना पड़ेगा ऑफिस

लखनऊ: ईद उल फितर पर भी उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मियों को अवकाश नहीं मिलेगा। वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतिम तिथियों के महत्व का हवाला देते हुए विद्युत विभाग ने 30 और 31 मार्च को सभी कार्यालयों को खुले रखने के निर्देश जारी किए हैं। 30 मार्च को रविवार और उसके अगले दिन 31 मार्च को ईद का सार्वजनिक अवकाश है, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुपालन में उप्र पावर कारपोरेशन ने यह निर्णय लिया है कि इन दिनों में भी विद्युत वितरण सेवाएं जारी रहेंगी।
वित्तीय वर्ष के समापन को ध्यान में रखते हुए दिशा-निर्देश
उप्र पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने शुक्रवार को शक्ति भवन में गार्मियों में विद्युत आपूर्ति की तैयारी को लेकर एक बैठक की। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष का अंतिम सप्ताह होने के कारण सभी विद्युत वितरण निगमों के कार्यालय रविवार और सोमवार को भी खुले रहेंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी उपभोक्ता सेवाएं और राजस्व संग्रह सामान्य दिनों की तरह जारी रहें, और कोई भी कार्य बाधित न हो।
गर्मियों में विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश
डॉ. गोयल ने कहा कि गर्मियों में विद्युत आपूर्ति शेड्यूल के अनुरूप सुनिश्चित की जाए, और आवश्यक बिजली की व्यवस्था की जाए। शार्ट टर्म या लांग टर्म पावर परचेजिंग एग्रीमेंट को भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, मेंटीनेंस के लिए बंद पड़ी मशीनों को भी समय पर चालू करने का आदेश दिया गया है। पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, नवीकरणीय ऊर्जा, जैसे सौर ऊर्जा, को बढ़ावा देने के भी निर्देश दिए गए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश
ईद के त्योहार के मौके पर, पुलिस विभाग ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। डीजीपी ने निर्देश दिया है कि सभी जिलों में बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर पैदल गश्त की जाए और शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाए। इसके अलावा, मेरठ और संभल जैसे संवेदनशील जिलों में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। डीजीपी ने कहा कि सभी जिलों में सुरक्षा प्रबंधों को लेकर पूरी सतर्कता बरती जाए, और किसी भी छोटी घटना की सूचना को गंभीरता से लेकर त्वरित कार्रवाई की जाए।
संवेदनशील जिलों में सुरक्षा व्यवस्था
लखनऊ, कानपुर, सहारनपुर, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, रामपुर, मेरठ, वाराणसी, प्रयागराज समेत अन्य संवेदनशील जिलों के अधिकारियों को भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं, ताकि शांति और सुरक्षा बनी रहे।