Voter Adhikar Yatra: राहुल-तेजस्वी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का समापन आज, गांधी मैदान से हाईकोर्ट तक 4 किमी की करेंगे पदयात्रा, पटना बना सियासी अखाड़ा, विपक्षी दिग्गज करेंगे शक्ति प्रदर्शन, ये है पदयात्रा का रूट
Voter Adhikar Yatra: बिहार की राजधानी पटना आज विपक्षी एकजुटता और सियासी ताकत के जबरदस्त प्रदर्शन का गवाह बनने जा रही है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का आज यानी सोमवार को पटना में भव्य समापन होगा। राजधानी की सड़कों पर गांधी मैदान के गांधी मूर्ति से लेकर हाईकोर्ट के अंबेडकर मूर्ति तक की पदयात्रा होगी, जिसमें इंडिया गठबंधन के तमाम बड़े नेता एक मंच पर उतरेंगे।
राहुल गांधी सुबह 10 बजे दिल्ली से विशेष विमान से पटना पहुंचेंगे। उनके साथ दिल्ली से करीब 100 राष्ट्रीय स्तर के पत्रकार भी बुलाए गए हैं, ताकि इस कार्यक्रम को देशभर में बड़े स्तर पर कवरेज मिल सके।
पदयात्रा का रूट:
यात्रा की शुरुआत गांधी मैदान स्थित गांधी प्रतिमा से होगी।
10:50 बजे महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण।
गेट नंबर-1 से निकलकर एसपी वर्मा रोड, डाकबंगला चौराहा, कोतवाली थाना होते हुए काफिला बेली रोड तक पहुंचेगा।
इनकम टैक्स गोलंबर से होकर यह यात्रा अंबेडकर मूर्ति तक जाएगी।
12:30 बजे अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद यहीं पर 12:40 से 2:30 बजे तक विशाल जनसभा होगी।
इस पदयात्रा का नाम प्रतीकात्मक तौर पर रखा गया है—“गांधी से अंबेडकर”। यह करीब 4 किलोमीटर लंबी यात्रा विपक्षी एकजुटता का बड़ा संदेश देने के लिए है।
कौन-कौन होंगे शामिल:
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के साथ मंच साझा करेंगे विपक्षी खेमे के दिग्गज नेता।झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, माले नेता दीपांकर भट्टाचार्य, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी भी मंच पर होंगे।तृणमूल कांग्रेस से सांसद यूसुफ पठान, शिवसेना से संजय राउत, एनसीपी से सुप्रिया सुले भी मंच साझा करेंगी।
कांग्रेस के बड़े चेहरे भी इस यात्रा में शामिल होंगेष अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, रेवंत रेड्डी, डी. शिवकुमार, केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहेंगे।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम सहित पूरा संगठन इस कार्यक्रम की सफलता में जी-जान से जुटा है। विपक्षी दलों के इतने बड़े नेताओं का एक मंच पर जुटना बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश की राजनीति में एक बड़ा संदेश माना जा रहा है।
पटना में आज का दिन सिर्फ ट्रैफिक जाम और सुरक्षा घेरे का इम्तहान ही नहीं, बल्कि सियासत में विपक्षी दलों की एकजुटता का पावर शो भी होगा।